नई दिल्ली । संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत पर हुए हंगामें और आगजनी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने करणी सेना पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि करणी सेना ने जिस तरह से गुरुग्राम में छात्रों की बसों को निशाना बनाया है, वह निंदनीय है।
उन्होंने कहा ‘छात्रों के हमले वाले वीडियो को देखकर मैं रातभर सो नहीं सका। इस वीडियो को देखकर मैं विचलित हो गया। यह घोर निंदनयी है।’ उन्होंने करणी सेना की तुलना रावण से किया। केजरीवाल ने कहा कि इन लोगों को रावण की तरह से ही सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘ये वही लोग हैं जिन्होंने दलितों और मुसलमानों का शोषण किया। उन पर जुल्म ढाए। ऐसे लोगों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।’
उनके इस विवादित बयान के बाद यह तय माना जा रहा है कि इस पर सियासत तेज होगी। हालांकि अभी तक उनके इस बयान पर न तो करणी सेना को काई बयान आया है और नहीं किसी राजनीतिक दल की प्रतिक्रिया आई है।
करणी सेना के पक्ष में उतरे दिग्विजय और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह
उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने प्रदर्शनकारियों के बचाव में उतर आए हैं। दिग्विजय सिंह ने पद्मावत के रिलीज की आलोचना करते हुए कहा कि किसी भी धर्म या जाति की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली फिल्में नहीं बनानी चाहिए। इसी तरह वीके सिंह ने फिल्म में एतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई फिल्म एतिहासिक तथ्य से परे है और किसी धर्म या जाति विशेष के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती हो तो सबसे अच्छा विकल्प यही है कि इसे नहीं बनाया जाए।’
SC ने फिल्म पद्मावत को दी हरी झंडी
सुप्रीम कोर्ट ने विवाद में रही फिल्म पद्मावत को हरी झंडी दिया है। 25 जनवरी यानी आज से इसका राजधानी में कई सिनेमाघरों में प्रदर्शन किया जाएगा। फिल्म को लेकर एक समाज के लोगों का कहना है कि फिल्म में इतिहास को तोड़ मरोड़कर और रानी पद्मावती के किरदार को गलत तरीके से पेश किया गया है। इसके कारण ही लंबे समय से फिल्म के प्रदर्शन का विरोध जारी है। कुछ संगठनों ने दिल्ली में भी फिल्म प्रदर्शित नहीं होने देने की धमकी दी है। इसके मद्देनजर पुलिस सतर्कता बरत रही है।
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