भारत सरकार की क्षमता निर्माण पहल के तहत राष्ट्रीय रक्षा संपदा प्रबंधन संस्थान जो प्रमुख केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है ने भूमि सर्वेक्षण में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की है। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 16 दिसंबर 2021 को इसका उद्घाटन किया।
रक्षा संपदा संगठन अपने कार्यक्षेत्र में विशेषज्ञता के तहत लगातार भूमि सर्वेक्षण करता है और इस तरह की गतिविधियों से इस क्षेत्र में विशेषज्ञता विकसित करता है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्टता केंद्र) सरकारी अधिकारियों और तकनीकी कर्मियों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करेगा जो विशेष रूप से ड्रोन और सैटेलाइट इमेजरी आधारित सर्वेक्षण जैसी उभरती तकनीकों में शामिल हैं। आजकल डिजिटल फोटोग्राममेट्रिक तकनीक, हाई रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी, हवाई और स्थलीय लेजर स्कैनर उपकरणों पर आधारित रीयल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम ज्यामितीय सर्वेक्षण और मॉडलिंग के लिए शक्तिशाली साधनों को तैयार कर सकते हैं। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सर्वे इन नई तकनीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस संबंध में जो उन्नत विशेषज्ञता है उसे केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों के साथ साझा किया जाएगा, जिसमें स्वायत्त निकाय शामिल हैं, जो उत्कृष्टता केंद्र में आयोजित होने वाले मौलिक और विशेष पाठ्यक्रमों के लिए प्रतिभागियों को प्रायोजित करने के इच्छुक हैं। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एनआरएससी, एनआईजीएसटी, एसपीए दिल्ली जैसे प्रमुख संस्थानों और सर्वेक्षण उद्योग के विशेषज्ञों से संसाधन सुविधा के रूप में सेवाएं प्राप्त करता है और इसका उद्देश्य बहुत जल्द आंतरिक क्षमता विकसित करना है।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने लगातार भूमि सर्वेक्षण करने की आवश्यकता को दोहराया और उत्कृष्टता भूमि सर्वेक्षण केंद्र की स्थापना की अभूतपूर्व पहल के लिए रक्षा संपदा विभाग को सम्मानित किया साथ ही अन्य सभी सरकारी विभागों के लिए भी इस सुविधा को खोलने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर डीजीडीई श्री अजय कुमार शर्मा ने कहा कि डीजीडीई की क्षमता निर्माण प्रक्रिया के हिस्से के रूप में एनआईडीईएम में उत्कृष्टता केंद्र रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार द्वारा प्रतिपादित विचार प्रक्रियाओं की परिणति है। नवीनतम तकनीकों में सर्वेक्षण के लिए एक प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र बनाने के लिए उत्कृष्टता केंद्र को राष्ट्रीय स्तर पर लाने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।
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