कोरोना : दिल्ली में हर घंटे बन रहा तीन कंटेनमेंट जोन, अभी तक 376 इलाके किये गए है सील

न्यूज़ डेस्क : दिल्ली में कोरोना वायरस को लेकर संक्रमण दर पांच फीसदी से नीचे आने के बाद भले ही स्थिति को नियंत्रण में बताया जा रहा हो, लेकिन संक्रमण से जुड़े पहलुओं पर गौर करें तो स्थिति अलग ही दिखाई देती है। दिल्ली में संक्रमण दर कम हुई है लेकिन नए संक्रमित मरीज मिलने की वजह से रोजाना कंटेनमेंट जोन की बढ़ती संख्या में कमी नहीं आई है।

 

 

आलम यह है कि बीते पांच दिन में हर घंटे दिल्ली के तीन इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इन इलाकों को सील करते हुए वहां सिविल एजेंसी के कर्मचारियों को तैनात किया है। साथ ही इन इलाकों में घर घर जाकर टीमों ने सर्वे भी किया है। आंकड़ों के अनुसार बीते एक दिसंबर को दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 5669 थी जोकि पांच दिसंबर तक बढ़कर 6045 हो चुकी है।

 

 

इन पांच दिन में 376 इलाकों को सील करते हुए कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। अगर हर घंटे की स्थिति पर गौर करें तो प्रति घंटे तीन इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। पिछले तीन दिन में रोजाना कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ी है।

 

साढ़े तीन हजार से ज्यादा कोरोना मरीज दूसरी जांच में मिले संक्रमित

दिल्ली में कोरोना वायरस की जांच को लेकर आरटी पीसीआर और एंटीजन के बीच काफी अंतर देखने को मिल रहा है। अब साढ़े तीन हजार से ज्यादा मरीज ऐसे हैं जिन्हें दूसरी जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया। एंटीजन किट्स के जरिए जब इन लोगों की जांच की गई थी तो इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। जबकि लोगों में फ्लू जैसे लक्षण थे। इसी के आधार पर लोगों की दोबारा आरटी पीसीआर के जरिए जांच हुई तो पता चला कि यह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

 

 

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक सिंतबर से लेकर सात नवंबर के बीच दिल्ली में 56,682 लोग एंटीजन की जांच में निगेटिव मिले थे। इनमें फ्लू के लक्षण थे। जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द इत्यादि। इनमें से 32,903 मरीजों के सैंपल फिर से लिए गए और इस बार आरटी पीसीआर तकनीक के जरिए इनके सैंपल की जांच हुई तो 3524 मरीजों में कोरोना वायरस के विषाणुओं का पता चला।

 

आंकड़ों के अनुसार सिंतबर माह में दिल्ली में 27,533 मरीजों में लक्षण होने के बाद भी एंटीजन जांच में निगेटिव पाए गए। इनमें से 4597 लोगों की दोबारा जांच हुई तो 623 संक्रमित मिले। ठीक इसी तरह अक्तूबर माह में 24737 लोग निगेटिव पाए गए जिनकी दोबारा जांच होने पर 2300 कोरोना संक्रमित मिले।

 

इसके अलावा एक से सात नवंबर के बीच जब दिल्ली में कोरोना वायरस की तीसरी लहर देखने को मिल रही थी तब 4013 मरीजों की दोबारा जांच में 600 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले थे। सात नवंबर को ही दिल्ली में पहली बार एक दिन में 15 फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर दर्ज की गई थी। उस दिन आरटी पीसीआर के जरिए 30 फीसदी सैंपल कोरोना संक्रमित मिले थे।

 

जबकि इसी दिन एंटीजन किट्स के जरिए केवल 8 फीसदी सैंपल संक्रमित मिले थे। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर 15 नवंबर को केंद्रीय गृहमंत्रालय की बैठक में दिल्ली सरकार से आरटी पीसीआर जांच को बढ़ाने के लिए कहा गया था। इसके बाद से दिल्ली में आरटी पीसीआर की रोजाना जांच दोगुना अधिक हो रही है। 

 

 

 

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