न्यूज़ डेस्क : देश के बाकी हिस्सों में जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी देखने को मिल रही है वहीं, केरल में स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 32,801 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी अवधि में यहां 18,573 लोग ठीक हुए तो 179 संक्रमितों की जान चली गई। इसके चलते कोरोना नियंत्रण में केरल मॉडल पर भी सवाल उठ रहे हैं। लेकिन, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार को इस मॉडल का बचाव किया।
समाचार एजेंसी एएआई के अनुसार इस महामारी से निपटने में केरल मॉडल पर उठे सवालों को लेकर मुख्यमंत्री विजयन ने सीपीआई (एम) की पत्रिका ‘चिंता’ में अपने लेख में जवाब दिया है। उन्होंने इसमें लिखा है, ‘अगर कोविड-19 के प्रबंधन में केरल मॉडल विफल है तो फिर हमें कौन सा मॉडल अपनाना चाहिए? केरल में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है। हर व्यक्ति को चिकित्सकीय सहायता और मेडिकल बेड उपलब्ध कराया गया है।’
उन्होंने कहा, कुछ लोग तथ्यों को नजरअंदाज करना चाहते हैं और भ्रम फैलाना चाहते हैं। दूसरी लहर को लेकर कुछ गैरजरूरी विवाद चल रहे हैं। कुछ लोग जनता में भय फैलाना चाहते हैं कि दूसरी लहर के दौरान आए बड़ी संख्या में मामले चिंता का सबब हैं। विजयन ने कहा कि तीनों सीरोसर्वे अध्ययन में सामने आया है कि केरल में सबसे कम आबादी संक्रमित हुई है। हमने टीके की एक बूंद बर्बाद नहीं की है और सफलतापूर्वक अतिरिक्त खुराकें लगाई हैं।
राज्य में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 19 फीसदी से अधिक
बता दें कि केरल में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए 37 लाख 30 हजार 198 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, 20,313 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में इस समय संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख 95 हजार 254 है। केरल में इस समय टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 19.22 फीसदी पर है। समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में एक लाख 70 हजार 703 नमूनों की जांच की गई है।
Comments are closed.