नई दिल्ली । कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि छठ पर्व को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली सरकार और भाजपा शासित नगर निगम के बीच सियासत हो रही है। इस कारण छठ घाटों पर ठीक ढंग से तैयारी नहीं हुई है। यमुना में समय पर अतिरिक्त पानी नहीं छोड़े जाने से श्रद्धालुओं को गंदे पानी में पूजा करनी होगी।
छठ समितियों के साथ भी भेदभाव
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी का कहना है कि कांग्रेस के शासन में तीन महीने पहले से छठ पर्व की तैयारी शुरू हो जाती थी। पर्व से काफी पहले हरियाणा सरकार से यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ने का आग्रह किया जाता था। वहीं, अब तक न तो घाटों की सफाई हुई है और न समय पर यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। छठ समितियों के साथ भी भेदभाव किया जा रहा है। ‘आप’ के समर्थन वाली छठ समितियों को ज्यादा फंड दिए जा रहे हैं।
कांग्रेस के शासनकाल में 78 बड़े घाट बनाए गए
पूर्व सांसद महाबल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में छठ पर्व के लिए लोगों को सुविधाएं देने की शुरुआत कांग्रेस के शासन काल में हुई थी। कांग्रेस के शासनकाल में दिल्ली में 78 बड़े घाट बनाए गए थे। ‘आप’ सरकार ठीक से इन घाटों का रखरखाव नहीं कर रही है। यमुना का पानी इतना गंदा है कि वहां पर स्नान करना तो दूर उसमें खड़ा भी नहीं हुआ जा सकता। अभी जो पानी छोड़ा गया है, वह वजीराबाद में दिल्लीवासियों के लिए पहले से संग्रहित पानी है। मिश्रा ने कहा हरियाणा से एक लीटर पानी नहीं छोड़ा गया है क्योंकि दिल्ली सरकार ने इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया।
पर्याप्त संख्या में ट्रेनों की व्यवस्था नहीं
कांग्रेस की नेता पूनम आजाद ने कहा कि दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर उत्तर प्रदेश व बिहार जा रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पर्याप्त संख्या में ट्रेनों की व्यवस्था नहीं की गई है।
News Source: jagran.com
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