भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने किर्लोस्कर फेरस इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा आईएसएमटी लिमिटेड में हिस्सेदारी के अधिग्रहण से जुड़े प्रस्तावित संयोजन को मंजूरी दी
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने किर्लोस्कर फेरस इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा आईएसएमटी लिमिटेड में हिस्सेदारी के अधिग्रहण से जुड़े प्रस्तावित संयोजन को मंजूरी दी।
किर्लोस्कर फेरस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (अधिग्रहणकर्ता) शेयरों द्वारा सीमित एक सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनी है और किर्लोस्कर समूह की प्रमुख कंपनी है। अधिग्रहणकर्ता कंपनी वर्तमान में पिग आयरन और ग्रे आयरन कास्टिंग जैसे सिलेंडर ब्लॉक, सिलेंडर हेड, और ट्रांसमिशन पार्ट्स तथा ऑटोमोबाइल, ट्रैक्टर और डीजल इंजन उद्योगों के लिए आवश्यक विभिन्न प्रकार के ढांचों के निर्माण और बिक्री का व्यवसाय करती है।
आईएसएमटी लिमिटेड (लक्ष्य) शेयरों द्वारा सीमित एक सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनी है। यह स्टील, सीमलेस ट्यूब और पाइप तथा ऐसे ट्यूबों से कई मूल्य वर्धित उत्पादों का निर्माण करती है, जिसमें अन्य उत्पादों के साथ-साथ बेयरिंग रिंग, गियर ब्लैंक, थ्रेडेड और कपल्ड केसिंग शामिल हैं।
प्रस्तावित संयोजन के माध्यम से, अधिग्रहणकर्ता कंपनी, लक्ष्य कंपनी का पूर्ण नियंत्रण हासिल करने का प्रस्ताव करती है (i) प्राथमिकता आवंटन के माध्यम से सदस्यता; और (ii) भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (शेयरों और टेकओवर का पर्याप्त अधिग्रहण) विनियम, 2011 के अनुसार लक्ष्य कंपनी की उभरती वोटिंग कैपिटल के 25.05 प्रतिशत तक के अधिग्रहण के लिए एक खुला प्रस्ताव। प्रस्तावित संयोजन के माध्यम से, अधिग्रहणकर्ता कंपनी, लक्ष्य कंपनी की उभरती हुई वोटिंग कैपिटल (खुले प्रस्ताव के दस्तावेजों में परिभाषित) के 51.25 प्रतिशत तक का अधिग्रहण करना चाहती है और लक्ष्य की उभरती वोटिंग कैपिटल के 76.3 प्रतिशत (खुले प्रस्ताव में पूर्ण स्वीकृति की स्थिति में) का अधिग्रहण करेगी, (जैसा कि खुले प्रस्ताव के दस्तावेजों में परिभाषित किया गया है)।
सीसीआई का विस्तृत आदेश जल्द ही जारी किया जायेगा।
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