चीन शिनजियांग में बना रहा भूमिगत परमाणु मिसाइल भंडार, अमेरिकी रिपोर्ट में खुलासा

न्यूज़ डेस्क : चीन भले कहे कि वह परमाणु होड़ में विश्वास नहीं रखता, लेकिन वह अपने परमाणु हथियारों के भंडारों में इजाफा करता जा रहा है। हाल ही में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट के जरिए चीन के शिनजियांग में निर्माणाधीन दूसरे भूमिगत परमाणु मिसाइल भंडार का पता लगाया है। 

 

 

 

चीन उत्तरी शिनजियांग प्रांत के हामी इलाके में अपने दूसरे सबसे बड़े भूमिगत परमाणु मिसाइल भंडार का निर्माण कर रहा है। फेडरेशन आफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (एफएएस) ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट के जरिए ली गई तस्वीरों के आधार पर रिपोर्ट में दावा किया है कि  इस भूमिगत मिसाइल गोदाम का निर्माण हाल ही में शुरू हुआ है। यहां कम से कम 110 साइलो बनाए जा रहे हैं। 

 

 

इससे पहले जून में आई मिडलबरी इंस्टीट्यूट आफ इंटरनेशनल स्टडीज की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चीन के झांगसू प्रांत के युमेन में पहले अंतर देशीय परमाणु प्रक्षेपास्त्र (आईसीबीएम) के भूमिगत गोदाम का निर्माण किया जा रहा है। यहां कम से कम 120 साइलो बनाए जा रहे हैं। हामी में जहां दूसरा भूमिगत मिसाइल भंडार बनाया जा रहा है, वह स्थान युमेन से 380 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में है। 

 

 

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हामी में साइलो स्थल पर निर्माण कार्य मार्च 2021 के आरंभ में शुरू हो चुका है और यह तेजी से जारी है। प्लेनेट लैब द्वारा मुहैया कराई गई सैटेलाइट तस्वीरों से करीब 110 साइलो का निर्माण पूरा हो चुका है। रिपोर्ट के लेखक व अमेरिकी वैज्ञानिकों के संगठन एफएएस के परमाणु सूचना प्रोजेक्ट के निदेशक हैंस क्रिस्टेनसेन के अनुसार हामी व युमेन दोनों में मिसाइल साइलो फील्ड चीन के बेहद अंदरूनी हिस्से मे बनाए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि उन्हें अमेरिका की परंपरागत क्रूज मिसाइलों की पहुंच से दूर रखा जा सके।

 

 

 

 

250 से ज्यादा मिसाइल साइलो का अनुमान

चीन के दो नए साइलो फील्ड्स का पता चलने के आद एफएएस का अनुमान है कि ड्रैगन अपने परमाणु हथियारों को छिपाने के लिए कम से कम 250 साइलो का निर्माण कर रहा है। वर्तमान में चीन की अंतर देशीय मिसाइलों के लिए बनाए गए साइलो के मुकाबले इनकी क्षमता करीब 10 गुना ज्यादा है। इसके अलावा चीन सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स (पीएलएआरएफ) के छोटे साइलो अलग से हैं। 

 

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