फरीदाबाद । छठ व्रतधारियों ने बुधवार दिन भर व्रत रखा और शाम को खरना (मीठी खीर) का सेवन किया। व्रतधारी अब बृहस्पतिवार दिन भर व्रत रखेंगे और शाम को सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसके बाद व्रतधारी शुक्रवार उगते सूर्य को अर्घ्य देकर ही व्रत का समापन करेंगे। मंगलवार को नहाय-खाय से व्रत की शुरुआत की गई थी।
छठ महापर्व मनाने को लेकर शहर में छठ पूजा कमेटियों की दिन भर तैयारी चलती रही तो वहीं घाटों में पानी भरा गया। विभिन्न बाजारों में लोग पूजन सामग्री की खरीदारी में जुटे थे। विभिन्न जगह आयोजित होने वाली छठ पूजा से लेकर घर की छतों पर बने कृत्रिम घाटों में भी कई जगह लोग भगवान सूर्य की आराधना करेंगे। रसोई घरों में बुधवार को महिलाएं खरना बनाने में जुटी रहीं।
घाटों में अर्पित किया गया गंगा जल
शहर के घाटों को पूरी तरह संवारने के बाद बुधवार को पानी से भर दिया गया। इसके साथ ही गंगा जल भी अर्पित किया गया है। खरना के सेवन से पहले महिलाएं कई घाटों पर बुधवार छठ गीत गाते हुए आईं। बृहस्पतिवार को छठ मइया की पूजा होगी। इस पूजा से पहले जिन क्षेत्रों में घाटों में पानी भरा गया है, वहां महिलाओं ने आकर स्नान किया।
सेक्टर-52 में छठ की धूम
सेक्टर-52 में बनाए गए नए पूजा स्थल पर छठ महोत्सव की धूम रहेगी। पूर्व पार्षद धर्मवीर खटाना के सहयोग से यहां छठ पूजा का आयोजन किया जाएगा। ऐसे ही सेक्टर-23ए, संजय कॉलोनी तथा शहीद मृत्युंजय पार्क के छठ घाट पर भी छठ महोत्सव की धूम रहेगी। इन दोनों जगह होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों में नगर निगम पार्षद जयवीर खटाना और शीतल खटाना जुटे हुए हैं। इसी तरह पूर्वांचल सेवा समिति की ओर से सेक्टर-तीन, हाउसिंग बोर्ड, 36 गज, एमवीएम मॉडर्न स्कूल के पास छठ महोत्सव धूमघाम से मनाया जाएगा। समिति की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
इन सामग्री से होगी छठ की पूजा
चावल से बना प्रसाद, चावल का लड्डू, आटा, गुड़ का ठेकुआ, अदरक, नींबू, सूप, दउड़ा, पान का पत्ता, सुपारी, मूली, सरीफा, मौसमी फल, अमरस, सरीफा, सिंदूर, (पीला व लाल), गन्ना, हल्दी, जौ, अलता का पत्ता, आंवला तथा कच्ची अदरक से छठ की पूजा की जाती है।
News Source: jagran.com
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