चंद्रकांता ने इंदौर में बिखेरा जादू और रहस्य

कलर्स की विलक्षण प्रेम गाथा चंद्रकांता ने इंदौर में जादू और रहस्यमयता लायी

इंदौर: कलर्स ने हाल ही में शुरू किया जादू और रहस्यमयता की पृष्ठभूमि पर प्रेम, शक्ति और छल की विलक्षण कथा – चंद्रकांता। इस महान कथा में गुम हो गयी एक राजकुमारी-चंद्रकांता (मधुरिमा तुली) का जीवन बताया गया है, इस शो में रानी ईरावती (उर्वशी ढोलकिया) तिलिस्मी खंजीर अपने हाथ पाने के लालच के कारण विजयगढ पर कब्जा कर लेता है। सूर्यगढ़ में पली बड़ी हो रही चंद्रकांता को उसके ऐय्यार होने की विरासत का पता नहीं है, लेकिन उसके जीवन में राजकुमार विरेंद्र (विशाल आदित्य सिंह) से टकराने से एक अलग मोड़ आता है। मिथकों, किंवदंतियों और जादू से भरपूर यह शो पॉवरपैक योद्धा की तरह कार्रवाई से और उच्च गुणवत्ता के वीएफएक्स प्रभाव से प्रवर्धित हुआ है। शुरू होने से इस शो को दर्शकों का मजबूत प्रतिसाद मिल रहा है, इस कारण यह शो कलर्स पर एक शीर्ष प्रस्ताव बन गया है।

शो का यश सेलिब्रेट करने के लिए और आभार प्रदर्शित करने के लिए चंद्रकांता के प्रमुख कलाकार मधुरिमा तुली और विशाल आदित्य सिंह ने आज इंदौर का दौरा किया है। चंद्रकांता की निर्माता है एकता कपूर की बालाजी टेलिफिल्मस और इसका प्रसारण होता है हर शनिवार और रविवार शाम 8.00 बजे कलर्स पर।

शीर्ष भूमिका साकार करने के बारे में अभिनेत्री मधुरिमा तुली ने कहा, ‘‘चंद्रकांता दिल से योद्धा है, सौंदर्य और मस्तिष्क का एक सुंदर मिलाफ है, उसके निडर रवैया ने उसे एक शक्ति के रूप में बदल दिया है। उसने उसकी विरासत को स्वीकार किया है और ऐय्यार जादू को अंगिकार किया है। वह अपने माता-पिता की मृत्यु का बदला लेना चाहती है लेकिन, उसे विरेंद्र से प्यार भी हुआ है, जो उसे मालूम नही कि वह रानी ईरावती का बेटा है, जिस स्त्रीने उसकी इतनी हानि की है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं इससे पहले भी इंदौर आ चुकी हूँ, इस शहर का स्वागतमय वातावरण मुझे हर वक्त प्रभावित करता है। चंद्रकांता की इस जबरदस्त सफलता के पीछे हमारे दर्शकों का प्यार और आधार ही कारणभूत है। जब तक मैं इस शहर में हूँ मुझे आशा है कि मैं इस सुंदर शहर देख लूँ।’’

इसमें आगे अभिनेता विशाल आदित्य सिंह ऊर्फ विरेंद्र ने कहा, ‘‘विरेंद्र का पात्र भयंकर और महत्वाकांक्षी है। वह एक मजबूत योद्धा है लेकिन माँ के प्रति निष्ठा और चंद्रकांता के प्रति गहरे प्यार के बीच फसा हुआ है। अगर उसने चंद्रकांता से ब्याह किया तो भी माँ ने उसे परिवार में स्वीकार करने के लिए उसे संघर्ष करना पडेगा। शो में काम करने का हमारा अनुभव बताने के लिए मैं आज इंदौर में आने के लिए बहुत खुश हूँ। लोग बहुत ही प्यार भरे और स्वागतशील है, मैं चाहता हूँ कि हम घर जाते वक्त यहाँ से कुछ अच्छी यादें ले जायेंगे।.’’

अब तक, दर्शकों ने देखा कि विरेंद्र और चंद्रकांता की शादी हो गयी है और वे दोनों विजयगढ़ के लिए निकल चुके हैं। लेकिन रानी ईरावती उसे परिवार में स्वीकार करने के लिए नकार देती है और उस पर हमला करने की योजना बनाती है। विरेंद्र चंद्रकांता की रक्षा करने में कामयाब होता है और आग्रह करता है कि उसको राजघराने में स्वीकार किया जाए। रानी ईरावती यदि विरेंद्र की कृती से खफा है फिर भी चंद्रकांता से छुपाया हुआ उसका एक गुपित वह ढूंढ लेती है और तिलिस्मि खँजर पर नियंत्रण लाने की योजना बनाती है। आगामी एपिसोड में, दर्शक देख सकेंगे, चंद्रकांता को अपने मूल की खोज करने का प्रयास विजयगढ़ में लेकिन, एक अनपेक्षित मोड पर विरेंद्र जान जाता है कि उसकी माँ ने उसे सूर्यगढ में जिस लड़की को खोजने के लिए कहा था वही लडकी यानी कि चंद्रकांता है। चंद्रकांता और विरेंद्र के बीच का मामला कैसा बदल जायेगा 

हर शनिवार और रविवार को शाम 8.00 बजे केवल कलर्स पर

 

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