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Amrit Anand
पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - अध्यात्म लौकिक-पारलौकिक प्रलोभनों से मुक्ति का बल प्रदान करता है जो मानव मन की उन समस्त दुर्बलताओं को उद्दीप्त करते हैं, जहां मानव मन…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - जैसे उत्तप्त जल में वाष्प के कारण स्वयं का प्रतिबिम्ब दिखाई नहीं देता, उसी प्रकार त्रिविध ताप प्रसूत लौकिक अभीप्साओं के कारण साधक आत्म-साक्षात्कार…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सदगुरुदेव" जी ने कहा - वेदनाएं, विषमताएं और प्रतिकूलताएँ न केवल कष्ट देने वाले साधन हैं, वरन् हमारी आत्म-सामर्थ्य, भगवदीय प्रार्थनाओं के साथ-साथ ईश्वरीय…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - शब्द ब्रह्म है ! अतः हमारी अभिव्यक्ति में माधुर्य-पावित्रय, प्रियता-सत्यता और स्वाभाविकता रहे। अभिव्यक्ति परमात्मा की वाक्-अर्चना…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - वास्तव में धन्य वही है जिसने जीवन के उच्च उद्देश्य को पहचाना है। मन में विजय का विश्वास आते ही कठिन सरल होने लगता है, जैसे ही हमारा मन…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
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।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - हमें यह समझने की आवश्यकता है कि भौतिक वस्तुओं, व्यक्तियों और स्थितियों में केवल हमें क्षणिक सुख मिल सकता है। उनसे प्राप्त प्रसन्नता न तो…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - जहाँ आस्था है, वहीं रास्ता है। आस्था, आत्म-विश्वास और कड़ी मेहनत से आप अपने जीवन के उद्देश्य को प्राप्त कर सकते हैं। अपने नेक उद्देश्यों के प्रति…
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पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सदगुरुदेव" जी ने कहा - वेदनाएं, विषमताएं और प्रतिकूलताएँ न केवल कष्ट देने वाले साधन हैं, वरन् हमारी आत्म-सामर्थ्य, भगवदीय प्रार्थनाओं के साथ-साथ ईश्वरीय अनुग्रह…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - साधना व्यक्तित्व के शोधन, उच्चतम नैतिक मानकों के संस्थापन एवं आत्मानुसंधान की श्रेष्ठतम् वैज्ञानिक विधा का नाम है। सेवा, जप, तप, व्रत और…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्
पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्
।। श्री: कृपा ।।
पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - उत्तरायण-सूर्य का यह दिव्य आलोक प्रकृति-पर्यावरण में अनेक प्रकार की अनुकूलताओं का सृजन करने वाला और इहलौकिक-पारलौकिक प्रयोजनों का सिद्धि प्रदाता है।…
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