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Amrit Anand

हर कार्य के मूल में एक बीज होता है और वह है – विचार : स्वामी अवधेशानंद जी महाराज

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - विचार औषधि है। स्वस्थ्य और सकारात्मक विचारों से साधक में चरित्र की उच्चता, चिंतन की शुद्धता एवं आचरण की पारदर्शिता आती है और जीवन सिद्धि-श्रेष्ठता…
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जीवन में जितनी पवित्रता होती है, जीवन का उत्कर्ष भी उतना ही होता है: स्वामी अवधेशानंद जी महाराज

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - पवित्रता दैवत्व के आरोहण और पात्रता विकास में सहायक है। अध्यात्म का बीज पवित्र अन्तःकरण के संस्पर्श में ही विकसित-अंकुरित होता है।  अतः मनसा वाचा…
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मनुष्य असीम सामर्थ्य और अनन्त ऊर्जावान होता है : स्वामी अवधेशानंद जी महाराज

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - आध्यात्मिक अन्त:करण का निर्माण कर मनुष्य असीम सामर्थ्य और अनन्त ऊर्जा का अधिकारी बन सकता है ! आध्यात्मिक यात्रा स्वभाव की यात्रा है।…
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रात्रि के गहन अंधकार में ही अरूणोदय काल के संकेत छिपे होते हैं : स्वामी अवधेशानंद जी महाराज

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।। पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - जिस प्रकार रात्रि के गहन अंधकार में ही अरूणोदय काल के संकेत छिपे होते हैं, उसी प्रकार प्रतिकूल परिस्थितियां ही अनुकूलता और जीवन सिद्धि का मार्ग…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - काल का प्रत्येक क्षण शुभता-समाहित अत्यंत सामर्थ्य-सम्पन्न एवं ऊर्जा-आपुरित है। अतः समय का सदुपयोग हो, वर्तमान में जीएँ और स्वभाव में रहें, यही…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा - नारी परमात्मा के संकल्प की साकारता और प्रथम कृति है ! नारी आदया है, शक्ति है,…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - संघर्ष और विषमताएं ईश्वरीय विधान के अनुसार व्यक्तित्व परिष्करण और सत्यानुभूति के विविध सोपान हैं। इनसे साधक के अंतःकरण में दया, करुणा, विनम्रता…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा - भगवान शिव करुणा, शुभता और ज्ञान के अवतार हैं। वह चिरस्थायी…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - सन्त सत्पुरुषों के सान्निध्य में सदग्रन्थों के पठन-पाठन, भगवान के गुणानुवादों के नित्य श्रवण एवं ज्ञान-भक्ति विषयक परिचर्चाओं द्वारा साधक में…
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पूज्य सद्गुरुदेव अवधेशानंद जी महाराज आशिषवचनम्

पूज्य सद्गुरुदेव आशिषवचनम्            ।। श्री: कृपा ।।  पूज्य "सद्गुरुदेव" जी ने कहा - जीवन सिद्धि के अनेक उपक्रमों में सत्संग-स्वध्याय और ज्ञानार्जन ही श्रेष्ठ उपक्रम हैं। विद्या और विवेक द्वारा ही मनुष्य को जीवन का यथार्थ बोध एवं…
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