न्यूज़ डेस्क : कनाडा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना टीकाकरण के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है। इसमें कहा गया है कि बेहतर सुरक्षा के लिए दो अलग-अलग टीकों की खुराक ली जा सकती है। जर्मनी में अलग-अलग टीकों के अच्छे नतीजे आए हैं। गाइडलाइंस में कहा गया है कि भारत में बनी कोविशील्ड की एक खुराक ली है तो दूसरी मॉडर्ना या फाइजर की ली जा सकती है।
कनाडा की टीकाकरण पर बनी राष्ट्रीय सलाहकार समिति (NACI) ने नई गाइडलाइंस जारी की है। अपनी सिफारिशों में, एनएसीआई ने कहा कि एमआरएनए टीकों को तब तक प्राथमिकता दी जानी चाहिए जब तक कि उससे एलर्जी या कोई अन्य तकलीफ न हो।
इसमें कहा गया है कि यदि पहली खुराक एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड की ली गई है तो दूसरी फाइजर-बायोनटेक या मॉडर्ना की ली जा सकती है। जर्मनी में किए गए अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि इस तरह से टीकाकरण करने के बेहतर प्रतिरक्षा तंत्र तैयार होता है। यदि किसी व्यक्ति ने दोनों टीके एस्ट्राजेनेका के लगवाए हैं और दूसरे व्यक्ति ने एक एस्ट्रोजेनेका का और दूसरा फाइजर का लगवाया है तो दूसरे व्यक्ति में कोविड के खिलाफ बेहतर प्रतिरक्षा सिस्टम तैयार हुआ है।
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