कैबिनेट ने 2022 सीजन के लिए खोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी

एमएसपी, लाभ के रूप में न्यूनतम 50 प्रतिशत का आश्वासन देता है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2022 सीजन के लिए खोपरा के न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (एमएसपी) को अपनी मंजूरी दे दी है।

उचित औसत गुणवत्ता (एफएक्यू) के मिलिंग खोपरा के लिए एमएसपी को 2021 के 10,335 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2022 सीजन के लिए 10,590 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है और बॉल खोपरा के लिए एमएसपी को 2021 के 10,600 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2022 सीजन के लिए 11,000 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह उत्पादन की अखिल भारतीय भारित औसत लागत पर खोपरा मिलिंग के लिए 51.85 प्रतिशत और बॉल खोपरा के लिए 57.73 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित करता है। 2022 सीज़न के लिए खोपरा के एमएसपी में वृद्धि, अखिल भारतीय भारित औसत लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर तय करने के सिद्धांत के अनुरूप है, जिसे बजट 2018-19 में सरकार द्वारा घोषित किया गया था।

यह निर्णय कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों पर आधारित है।

यह 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में महत्वपूर्ण और प्रगतिशील कदमों में से एक है, जो लाभ के रूप में न्यूनतम 50 प्रतिशत का आश्वासन देता है।

भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड नारियल उगाने वाले राज्यों में एमएसपी पर समर्थन मूल्य का संचालन करने के लिए केंद्रीय नोडल एजेंसियों के रूप में कार्य करना जारी रखेंगे।

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