न्यूज़ डेस्क : मध्य प्रदेश के इंदौर में छह लोगों में कोरोना का ब्रिटिश वैरिएंट मिलने से हड़कंप मच गया है। इन लोगों के विदेश जाने की भी कोई जानकारी नहीं है। इसके बावजूद ये कैसे यूके वैरिएंट की चपेट में आए, डॉक्टरों के लिए यह हैरान करने वाले मामला है। शहर में बढ़ते मरीजों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाए जाने के आसार हैं।
अचानक हार्ट अटैक से होने लगी मौतें, इसलिए दिल्ली भेजे थे सैंपल
इंदौर के नोडल कोविड अधिकारी अमित मालाकार के अनुसार पिछले माह 106 सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इनमें से छह में कोरोना के ब्रिटेन में मिले नए वायरस की पुष्टि हुई है। ये मरीज 10 से 15 फरवरी के बीच कोरोना संक्रमित हुए थे। इंदौर से 100 से ज्यादा सैंपल जांच के लिए इसलिए दिल्ली भेजे गए थे, क्योंकि 27 मरीजों की मौत अचानक हार्ट अटैक से हुई थी। अन्य सैंपल एसिम्टोमैटिक और कोरोना के कमजोर लक्षण वाले मरीजों के थे।
पहले दो लोगों में मिला था यूके स्ट्रेन
इंदौर के दो लोगों में पहले भी यूके स्ट्र्रेन मिलने की पुष्टि हुई थी, हालांकि ये दोनों विदेश से लौटे थे। नए मामले चूंकि विदेश यात्रा से नहीं जुड़े हैं, इसलिए हैरान करने वाले हैं। जो छह लोग यूके स्ट्रेन से संक्रमित मिले हैं, उनमें बच्चे व अधेड़ उम्र के लोग हैं।
इन इलाकों के हैं छहों संक्रमित
यूके स्ट्रेन से पीड़ित मिले छह मरीजों में एक राजेंद्र नगर का, तीन तेजाजी नगर क्षेत्र के, एक पलासिया का तथा एक प्रेम नगर क्षेत्र का है। छहों पुरुष है। इनका घरों में इलाज चल रहा है।
तेजी से फैलता है यूके स्ट्रेन
इंदौर में यूके स्ट्रेन मिलना चिंताजनक है, क्योंकि यह तेजी से फैलता है। इसलिए इससे बचाव के उपाय करना जरूरी होंगे। इंदौर के संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि अब रोको-टोको अभियान काे ज्यादा ताकत से लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।
लग सकता है नाइट कर्फ्यू
अधिकारियों का कहना है कि शहर के हालात पर अगले कुछ दिन नजर रखी जाएगी। यदि संक्रमण बढ़ा तो नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार किया जाएगा।
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