नई दिल्ली । दिल्ली मेट्रो के यात्री किराए में वृद्धि पर प्रदेश भाजपा ने दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि मेट्रो के यात्री किराए बढ़ने के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं। वह अब दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे हैं। किराया वृद्धि के विरोध के लिए भाजपा ने मेट्रो के मुख्य प्रबंधक प्रमुख मंगू सिंह से मिलने का समय मांगा है।
‘आप’ सरकार जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रही है
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी एवं प्रतिपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने अपने एक जारी बयान में कहा कि ‘आप’ सरकार मेट्रो किराया वृद्धि मामले में अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रही है, जबकि दिल्ली मेट्रो में केजरीवाल सरकार की 50 फीसदी हिस्सेदारी है। ऐसे में बिना दिल्ली सरकार की स्वीकृति के मेट्रो के किराये में वृद्धि संभव नहीं है। यही वजह है कि केजरीवाल सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को इसकी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने चुप रहकर किराये में वृद्धि कराई।
मेट्रो के खातों की जांच हास्यास्पद
तिवारी ने कहा कि साल के प्रारंभ में ही केजरीवाल सरकार की पूर्व स्वीकृति के साथ दिल्ली के मुख्य सचिव, वित्त सचिव, परिवहन आयुक्त आदि दिल्ली मेट्रो किराया रिवीजन कमेटी की बैठक में शामिल हुए थे। बैठक में मई एवं अक्टूबर 2017 में दो चरणों में मेट्रो किराये में 50 प्रतिशत वृद्धि करने का फैसला किया गया।
दिल्ली के मुख्य सचिव व अन्य ने बैठकों में किराया वृद्धि का प्रस्ताव पास कराया। उनकी ओर से किराये वृद्धि का कोई विरोध तक नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा मेट्रो के खातों की जांच की मांग करना हास्यास्पद है। उसके सभी खाते दिल्ली सरकार के पास पहले से ही हैं।
News Source: jagran.com
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