न्यूज़ डेस्क : बिहार चुनाव में अक्तूबर-नवंबर महीने में तीन चरणों में चुनाव होने हैं। महागठबंधन ने सीटों के बंटवारे का एलान कर दिया है तो वहीं एनडीए ने भी सीट बंटवारे को लेकर अंतिम मुहर लगा दी है। सूत्रों की माने तो बिहार चुनाव में भाजपा और जदयू आधी-आधी सीटों से चुनाव लड़ेंगे।
विधानसभा की 243 सीट में जदयू और भाजपा 119 -119 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे और शेष पांच सीटों को जीतनराम मांझी की हम के लिए छोड़ा गया है। शनिवार देर रात तक चली बैठक में भाजपा और जदयू ने इसी फॉर्मूले पर अपनी सहमति बनाई। हालांकि लोक जनशक्ति पार्टी को इससे बाहर रखा गया है।
इससे पहले चिरान पासवान ने शुक्रवार को कहा था कि संसदीय दल की बैठक में इस बात पर फैसला हो जाएगा कि क्या लोजपा, एनडीए में शामिल होगी या नहीं। दरअसल, पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान की तबीयत खराब होने की वजह संसदीय दल की बैठक को टाल दिया गया था।
बता दें कि जदयू, भारतीय जनता पार्टी से करीब 15 से 20 सीटें ज्यादा लड़ने पर विचार कर रही थी लेकिन भाजपा के नेता सीटों को बराबर बांटने पर अड़े हुए थे। इस बंटवारे में लोक जनशक्ति पार्टी को बिल्कुल अलग रखा गया है। चिरान पासवान के अलग रुख होने की वजह से नीतीश कुमार की जदयू लोजपा को लेकर सहमत नहीं थी।
भाजपा ने अपनी आधी-आधी सीटों का फॉर्मूला सेट किया हुआ था और जदयू के सामने यह प्रस्ताव रखा गया कि लोकसभा की तर्ज पर ही विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा जाए। जिसे अंत में जदयू ने माना और फिर एक-एक सीट पर चर्चा करके इस पर सहमति दी।
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