न्यूज़ डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने एनडीए को कांटे की टक्कर देने की कोशिश की लेकिन आखिरकार जीत एनडीए खेमे को मिली है। इसके साथ ही एक बार फिर राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने वाली है। अब नीतीश कुमार सातवीं बार दिवाली के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। सूत्रों की मानें तो 16 नवंबर को उनका शपथग्रहण समारोह हो सकता है। वहीं आज महागठबंधन के नवनिर्वाचित विधायक राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बैठक कर रहे हैं। दूसरी ओर जीतन राम मांझी और उनकी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे हैं।
सीएम पद के लिए मेरा दावा नहीं- नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सीएम पद के लिए मैंने दावा नहीं किया है, सभी पार्टियां मिलकर इसपर निर्णय लेंगी।
एनडीए के सभी घटक दल की बैठक कल-सीएम नीतीश
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए के चारों दल की बैठक कल होगी वहीं शपथ समारोह को लेकर उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि शपथ समारोह कब होगा, चाहे दिवाली के बाद हो या छठ के बाद। हम इस चुनाव के परिणामों का विश्लेषण कर रहे हैं।
सीएम नीतीश ने कहा- लोगों ने एनडीए को जनादेश दिया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव के बाद नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों और कार्यकर्ताओं से मिलने के गुरुवार शाम को पटना के जदयू कार्यालय पहुंचे। उन्होंने यहां कहा कि लोगों ने एनडीए को जनादेश दिया है और वह सरकार बनाएगी।
राष्ट्रीय जनता दल ने चुनाव धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि एनडीए को कुल वोट मिला- 157,00728, महागठबंधन को कुल मिला- 156,88458, कुल वोट का अंतर- 12270, फिर भी मात्र 12270 वोट के अंतर से प्रशासन ने एनडीए को 15 सीटें ज्यादा दे दीं। इस आंकड़े पर विश्वास करने के लिए कम मार्जिन से हारने वाली 15 सीटें और भाजपा आयोग के आंकड़े देख लीजिए।
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