इस्पात मंत्रालय के अधीन भारत में खनन के प्रमुख राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 42.19 मिलियन टन लौह अयस्क का उत्पादन किया और 40.56 मिलियन टन की बिक्री की। इसके साथ ही, कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष के 34.15 मिलियन टन के उत्पादन से 24 प्रतिशत अधिक और वित्तीय वर्ष 2021 में 33.25 मिलियन टन लौह अयस्क की बिक्री की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक की बढोतरी करते हुए अपने इतिहास में अब तक की सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की है।
चौथी तिमाही | वार्षिक | |||
2020-21 | 2021-22 | 2020-21 | 2021-22 | |
लौह अयस्क का उत्पादन (मिलियन टन) | 12.31 | 13.86 | 34.15 | 42.19 |
लौह अयस्क की बिक्री (मिलियन टन) | 11.09 | 12.29 | 33.25 | 40.56 |
कुल कारोबार (करोड़ रुपये में) | 6,848 | 6,702 | 15,370 | 25,882 |
कर पूर्व लाभ (करोड़ रुपये में) | 4,269 | 2,880 | 8,902 | 12,981 |
कर पश्चात् लाभ (करोड़ रुपये में) | 2,838 | 1,815 | 6,253 | 9,398 |
लाभांश (रुपये) | – | 7.76 | 14.74 |
42 मिलियन टन के मील के पत्थर को पार करते हुए, देश के इस सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक ने अब तक के सर्वश्रेष्ठ वार्षिक वित्तीय परिणाम भी दिए। वित्तीय वर्ष 2022 में, इसने पिछले वर्ष के 15,370 करोड़ रुपये के कारोबार की तुलना में रिकॉर्ड 25,882 करोड़ रुपये का कारोबार किया जोकि 68 प्रतिशत अधिक है। एनडीएमसी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 8,902 करोड़ रुपये के कर पूर्व लाभ (पीबीटी) की तुलना में 12,981 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) अर्जित किया जोकि पिछले वित्तीय वर्ष से 46 प्रतिशत अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष में हासिल किए 6,253 करोड़ रुपये के कर पश्चात लाभ (पीएटी) की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में 9,398 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ (पीएटी) है, जोकि 50 प्रतिशत से अधिक की ठोस वृद्धि को दर्शाता है। सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2022 के दौरान अब तक के सबसे अधिक 1474 प्रतिशत लाभांश का भुगतान किया।
एनएमडीसी ने मजबूत प्रदर्शन के साथ वर्ष का समापन करते हुए, वित्तीय वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही के दौरान 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 13.86 मिलियन टन का उत्पादन किया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में उसने 12.31 मिलियन टन का उत्पादन किया था। कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में 11.09 मिलियन टन की बिक्री की तुलना में इस वर्ष 12.29 मिलियन टन लौह अयस्क की बिक्री गई, जो कि 11 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही में कारोबार 6,702 करोड़ रुपये रहा जबकि पीबीटी और पीएटी क्रमशः 2,880 करोड़ रुपये तथा 1,815 करोड़ रुपये रहा।
वर्ष 2021-22 के लेखा-परीक्षा वित्तीय परिणामों को 26 मई 2022 को एनडीएमसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री सुमित देब की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कंपनी के निदेशक मंडल द्वारा अनुमोदित किया गया।
उल्लेखनीय प्रदर्शन के बारे में टिप्पणी करते हुए एनएमडीसी के सीएमडी श्री सुमित देब ने कहा, “यह प्रदर्शन भारत को सही मायने में आत्मनिर्भर बनाने के प्रति एनएमडीसी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत इसी फोकस को बनाये रखते हुए कर रहे हैं और संचालन को उत्प्रेरित करने वाले ऑटोमेशन और डिजिटल पहल पर हमारे ध्यान की वजह से महत्वपूर्ण परियोजनाओं के शीघ्र पूरा होने और एक मजबूत व निरंतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
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