आगरा । बेल्जियम के रॉयल कपल की विजिट सोमवार को ताज निहारने आए पर्यटकों पर भारी पड़ी। उन्हें करीब तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा। सूर्यास्त के समय प्रवेश द्वार बंद होने पर सैलानियों ने हंगामा काटा। अंतत: उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा।
बेल्जियम के रॉयल कपल के लिए ताज को दोपहर 1:30 से 3:30 बजे तक बंद रखा जाना था। इससे पूर्व दोपहर 12:30 बजे ही टिकट विंडो बंद कर दी गई। शिल्पग्राम में पर्यटकों को रोक दिया गया। इससे पश्चिमी गेट पर लंबी लाइन लग गईं। रॉयल कपल को दोपहर 2:30 बजे पहुंचना था, लेकिन वह 15 मिनट देरी से स्मारक पहुंचे और निर्धारित समय से 45 मिनट अधिक समय तक स्मारक में रुके।
उनका काफिला निकलने के बाद ही ताज पूर्वी गेट रोड पर्यटकों के लिए खोला गया। शाम 5:25 बजे जब पश्चिमी गेट बंद किया तब लाइन में करीब 500 देसी-विदेशी सैलानी खड़े थे। उनकी प्रवेश को लेकर गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों व एएसआइ कर्मियों से झड़प भी हुई। पूर्वी गेट पर भी पर्यटकों ने हंगामा काटा।
तीन दिन से लौट रहे पर्यटक: ताज पर तीन दिन से पर्यटक वापस लौट रहे हैं। शनिवार को रिपब्लिक ऑफ अर्मेनिया के राष्ट्रपति सर्झ सर्गश्यान की विजिट के चलते वह परेशान हुए थे। रविवार को भी गेट बंद होने के बाद लाइन में लगे पर्यटकों को मायूस लौटना पड़ा था।
विजिट में साथ थे पांच गाइड: रॉयल कपल के साथ आए डेलीगेशन में 150 लोग शामिल थे। इसके चलते पांच गाइड शमसुद्दीन, नितिन सिंह, प्रतीक सिंह, विकास जैन, आसिफ खान उनके साथ लगाए गए थे।
पुरातत्व विभाग को करना चाहिए समाधान: पर्यटन व्यवसायियों का कहना है कि पुरातत्व विभाग को समस्या के समाधान को कदम उठाने चाहिए। शिल्पग्राम से ताज पूर्वी गेट तक आने में पर्यटकों को समय लगता है। टिकट विंडो को प्रवेश द्वार बंद होने से पहले ही बंद कर दिया जाए तो समस्या से निजात मिल सकती है। टिकट की वेलेडिटी एक ही दिन की होने से प्रवेश नहीं मिलने पर पर्यटकों को नुकसान होता है।
News Source: jagran.com
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