“जनजातीय गौरव दिवस” ​​के अवसर पर पूरे भारत में आजादी का अमृत महोत्सव शुरू

“जनजातीय गौरव दिवस” ​​के अवसर पर पूरे भारत में आजादी का अमृत महोत्सव शुरू

17 राज्यों ने 15 नवंबर को उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किए

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने प्रतिष्ठित आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और नेता बिरसा मुंडा की जयंती परआजादी का अमृत महोत्सव समारोह के एक भाग के रूप में 15 नवंबर, 2021 को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के समारोहों को झंडी दिखाई। ये उत्सव 22 नवंबर,2021 तक एक सप्ताह चलेगा।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 15 नवंबर को रांची में बिरसा मुंडा स्वतंत्रता सेनानी पार्क सहसंग्रहालय का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया। इसमें प्रधानमंत्री के साथ आदिवासी समुदायों के 2 लाख से अधिक लोग शामिल हुए।

रांची संग्रहालय उन दस संग्रहालयों में से पहला है जिन्हें भारत सरकार द्वारा आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों को श्रद्धांजलि के रूप में मंजूरी दी गई है। यह दिवस जनजातीय समुदायों द्वारा अपनी जनजातीय सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और जनजातीय उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए किए गए प्रयासों को मान्यता देने के लिए प्रत्येक वर्ष मनाया जाएगा।

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इस राष्ट्रव्यापी प्रयास के एक हिस्से के रूप में, 17 राज्यों ने आदिवासी संस्कृति और विरासत को प्रदर्शितकरने वाले उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किए। आंध्र प्रदेश 15 से 19 नवंबर 2021 तक 5 दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय शिल्प मेला (प्रदर्शनीसहबिक्री) का आयोजन कर रहा है। यह आरके समुद्र तट (बीच) पर विश्वप्रिया फंक्शन हॉल के सामने जीवीएमसी मैदान में आयोजित किया जा रहा है। प्रदर्शनी का उद्घाटन आंध्र प्रदेश के आदिवासी कल्याण निदेशक श्री रंजीत बाशा ने किया। बैठक के बाद आदिवासी सांस्कृतिक समूहों ने ढिमसाकोमू,सावरा,कोया और चेंचू नृत्य प्रस्तुत किए।

अरुणाचल प्रदेश ने ईएमआरएस के प्राथमिक विद्यालयों में बिरसा मुंडा के लिए एक स्मरण समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर ईएमआरएस स्कूलों द्वारा 2 अलग-अलग जिलों में पेंटिंग प्रतियोगिता,गीत प्रतियोगिता और आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके बाद शिक्षकों ने छात्रों को आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए योगदान के बारे में जानकारी दी।

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छत्तीसगढ़ 15 नवंबर से 17 नवंबर 2021 तक दो दिवसीय जनजातीय शिल्प मेला का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन के पीछे का उद्देश्य पारंपरिक जनजातीय कला और शिल्प को बढ़ावा देना, संरक्षित करना और लोकप्रिय बनाना है ताकि आदिवासी कारीगरों को दूसरे संस्कृति वाले लोगों से बातचीत के माध्यम से बेहतर अवसरों की तलाश में मदद मिल सके।

 

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गुजरात ‘पारंपरिक जनजातीय शिल्प,भोजन,हर्बल बिक्री और प्रदर्शनी मेला’का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य आदिवासी समुदाय को अधिक रोजगार के अवसर खोजने और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने में मदद करने के लिए पारंपरिक आदिवासी कला और शिल्प, आदिवासी जैविक खाद्य पदार्थों, पारंपरिक आदिवासी जड़ी-बूटियों और जनजातीय नृत्यों का प्रदर्शन करना है।

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मणिपुर आदिवासी कला और पेंटिंग में कौशल विकास पर एक 3 दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कर रहा है, जिसका उद्देश्य जनजातीय कलाकारों के कौशल को बढ़ाना और उनके लिए उपलब्ध अवसरों का दायराबढ़ाने के लिए रचनात्मकता को बढ़ावा देना है।

झारखंड ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया। राज्य ने 45 पुस्तकों का विमोचन किया,माल्टो,भूमिजअसुर और बिरहोर पर प्राथमिक और व्याकरण की पुस्तकों का विमोचन किया। मल पहाड़िया,बंजारा,कोंध,करमालीकर्म और सोरहाई पर एक वृत्तचित्र का विमोचन किया गया। केरल ने वन अधिकार अधिनियम पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।

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देश के बाकी भागों के साथ तालमेल मिलाते हुए, मेघालय ने आदिवासी गौरव सप्ताह के जारी समारोहों के हिस्से के रूप में गांव की अनूठी सांस्कृतिक प्रथाओं को स्वीकार करने के लिए सप्ताहांत में कोंगथोंग सॉन्ग एंड व्हिसलिंग गांव में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। यह आयोजन आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के बहादुर प्रयासों और राष्ट्र निर्माण में आदिवासी समुदाय द्वारा किए गए समग्र योगदान पर प्रकाश डालता है।

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मिजोरम ने आइजोल आर्ट गैलरी में भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर ऑन-द-स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित करके सप्ताह भर चलने वाले उत्सव की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मिजोरम आर्ट डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष श्री लालटनपुइया ने की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बिरसा मुंडा की जयंती मनाना और ब्रिटिश राज को उखाड़ फेंकने के लिए आदिवासी समुदाय को लामबंद करने में उनकी भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।

नगालैंड ने गुलेल से निशाना साधने पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। टीआरआई नगालैंड ने 15 नवंबर 2021 को कोहिमा में आजादी का अमृत महोत्सव के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इस स्वदेशी खेल का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न नागा जनजातियों के विभिन्न प्रतिभागियों ने अपने पारंपरिक परिधान में भाग लिया। विजेताओं का विधिवत सम्मान किया गया।

महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि के रूप में, एससीएसटीआरआई, एसटी और एससी विकास विभाग,ओडिशा सरकार ने भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्रालय के सहयोग से ‘भारत की आज़ादी के संघर्ष में बिरसा मुंडा के योगदान’पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। इससे उम्मीद है कि बिरसा मुंडा के बारे में कई छिपे हुए सत्य उजागर होंगे।

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सिक्किम ने गंगटोक में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग,सिक्किम सरकार के सहयोग से एक दिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की व्यापक कवरेज के लिए पीआईबी,सूचना और जनसंपर्क विभाग, सिक्किम सरकार और अन्य स्थानीय प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। इस कार्यक्रम में जनता ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया।

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उत्तराखंड के राज्य जनजातीय अनुसंधान सह-सांस्कृतिक केंद्र और संग्रहालय ने भारत सरकार द्वारा घोषित जनजातीय गौरव दिवसमनाने के लिए टीआरआई परिसर, देहरादून में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया। इस अवसर पर उत्तराखंड में आईटीआई खटीमाने भी खेल गतिविधियों का आयोजन किया। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने उत्तराखंड के राजभवन में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय-कलसी,देहरादून के पूर्व छात्रों को प्रिंसिपल श्री जी.सी. बडोनी और वाइस प्रिंसिपल श्रीमती सुधा पेनुली के साथ शिक्षा के क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया।

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कार्यक्रम धूमधाम के साथ समाप्त हुए और इस मौके पर चल रहे उत्सव 22 नवंबर 2021 तक जारी रहेंगे।

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