आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने मणिपुर के मोरेह में 50 बेड वाले एकीकृत आयुष अस्पताल का उद्घाटन किया

आयुष मंत्री ने मणिपुर में आयुष के विकास के लिए प्रमुख पहलों की घोषणा की  

केंद्रीय आयुष और बंदरगाह, शिपिंग एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज वर्चुअल माध्यम से मणिपुर के मोरेह में 50 बेड वाले एकीकृत आयुष अस्पताल का उद्घाटन किया और इसके साथ ही मणिपुर में आयुष उद्योग के विकास एवं संवर्धन के लिए प्रमुख पहलों की घोषणा की। केंद्रीय मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मंत्रालय ने राज्य में 15 आयुष औषधालय, 10 बेड वाले सात अस्पताल, 100 स्कूल हर्बल गार्डन, प्रत्येक जिले में 16 नर्सरी और 50 स्वास्थ्य एवं वेलनेस केंद्र (एचडब्ल्यूसी) खोलने का निर्णय लिया है।

 

केंद्रीय आयुष मंत्री विशेष सम्मानित अतिथि के रूप में इम्फाल में ‘पूर्वोत्तर भारत की पारंपरिक स्वास्थ्य प्रथाओं के प्रलेखन, वैज्ञानिक सत्यापन और आकलन को बढ़ावा देने के लिए फाइटोफार्मास्युटिकल मिशन’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री एन. बीरेन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. आर के रंजन सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार (स्वास्थ्य), मणिपुर डॉ. एस. रंजन सिंह भी इस समारोह में शामिल हुए।

 

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इस अवसर पर मंत्री महोदय ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इन योजनाओं के पूरा हो जाने के बाद आयुष उद्योग को विकसित करने के लिए और भी अधिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये योजनाएं मणिपुर के लोगों को विभिन्‍न औषधीय पौधों को विकसित करने, भविष्य में और भी अधिक विकास सुनिश्चित̻ करने एवं रोजगार सृजित करने के लिए प्रेरित करेंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘भारत भर में कुल 6,000 औषधीय पौधों में से 1,000 से भी अधिक औषधीय पौधे मणिपुर में ही हैं। हमें अवश्‍य ही इस बढ़त का उपयोग करना चाहिए।’

 

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केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा, ‘‘मणिपुर की महिलाओं की समस्‍त समुदाय में एक अनूठी और मजबूत पहचान है। मैं महिलाओं से अनुरोध करता हूं कि वे आगे आएं और इन औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के लिए आवश्‍यक कदम उठाएं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम आपके उत्पादों के लिए अनगिनत बाजार उपलब्ध कराएंगे जिससे न केवल उद्यमिता की भावना विकसित होगी, ‘आत्मनिर्भर मणिपुर’ का मार्ग प्रशस्‍त होगा, बल्कि किसान भी लाभान्वित होंगे और उनकी कृषि आय दोगुनी करने के लक्ष्य को पाया जा सकेगा।’’

 

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