दुबई : रोहित शर्मा की कप्तान में टीम इंडिया शुक्रवार को यहां होने वाले एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में बांग्लादेश को हराकर सातवीं बार खिताब जीतने के इरादे से उतरेगी। भारतीय टीम का फाइनल तक का सफर बेहद अच्छा रहा है और उसे एक बार भी हार का सामना नहीं करना पड़ा है।
भारत ने हांगकांग से शुरुआत करते हुए दो बार पाकिस्तान को शिकस्त दी जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ उसका मुकाबला बराबरी पर रहा। इस प्रकार भारत सुपर-4 में अजेय रहते हुए खिताबी मुकाबले तक पहुंचा है। वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश ने दो मैच जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया, वह तीसरी बार फाइनल में पहुंची है।
बांग्लादेश ने निर्णायक मुकाबले में पाकिस्तान को 37 रन से हराकर फाइनल में जगह बनायी है। अब दोनो देशों के बीच फाइनल में कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। जिस प्रकार बांग्लादेश ने पाक को हराया है उसे देखते हुए टीम इंडिया उसे कमजोर आंकने की भूल न करते हुए पूरी ताकत से उतरेगी।
इस मुकाबले में भारतीय टीम का पलड़ा भारी है क्योंकि उसने सुपर-4 मैच में बांग्लादेश को आसानी से हराया था जिससे भारतीय टीम का मनोबल बढ़ा हुआ है। भारत को एक बार फिर रोहित और शिखर की फॉर्म में चल रही जोड़ी से काफी उम्मीदें रहेंगी। शिखर अब तक टूर्नामेंट में चार मैचों में दो शतकों सहित सर्वाधिक 327 रन बना चुके हैं जबकि रोहित ने चार मैचों में एक शतक सहित 269 रन बनाये हैं। वहीं भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, रविन्द्र जाडेजा सहित भारत के सभी गेंदबाजों ने अब तक शानदार गेंदबाजी की है।
आंकड़ों में टीम इंडिया प्रबल दावेदार
आंकड़ों पर गौर करें तो भारत ने इस टूर्नामेंट को अब तक छह बार – 1984, 1988, 1990-91, 1995, 2010 में 50 ओवर के प्रारूप में और 2016 में ट्वंटी-20 प्रारूप में जीता है। भारत ने 2016 के एशिया कप में बांग्लादेश को फाइनल में आठ विकेट से हराया था। बांग्लादेश का यह तीसरा फाइनल है। उसे 2012 में पाकिस्तान के हाथों 50 ओवर के फाइनल में मात्र दो रन से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान पर मिली जीत से बांग्लादेश का हौसला बुलंद है और वह पहली बार एशिया कप अपने नाम करने कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
भारत ने अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में कप्तान रोहित शर्मा सहित पांच खिलाडिय़ों को विश्राम दिया था जिससे ये खिताबी मुकाबले के लिए तरोताजा हो सकें। रोहित के अलावा सलामी बल्लेबाज शिखर धवन, तेज गेंदबाज जोड़ी भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह तथा लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को आराम दिया गया था। अब देखना है फाइनल में दिनेश कार्तिक की जगह अंतिम एकादश में लोकेश राहुल को अवसर मिलता है या नहीं।
शाकिब के बाहर होने से बांग्लादेश को लगा झटका
दूसरी तरफ बंगलादेश को अपने शीर्ष आलराउंडर शाकिब अल हसन के बाहर होने से करारा झटका लगा है। शाकिब उंगली में फ्रैक्चर के कारण एशिया कप से बाहर हो गये हैं हालांकि बांग्लादेश ने शाकिब की अनुपस्थिति में पाकिस्तान को हरा दिया था पर शाकिब जैसे आलराउंडर की कमी पूरी करना उसके लिए आसान नहीं होगा। शाकिब का फाइनल से बाहर हो जाना भारत के लिहाज से अच्छा है।
मुशफिकुर से रहना होगा सावधान
भारत को बांग्लादेश के मुशफिकुर रहीम से सावधान रहना है रहीम ने अबतक चार मैचों में 297 रन बनाये हैं। मुशफिकुर ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 99 रन की शानदार पारी खेली थी और वह भारतीय गेंदबाजों के लिए मुसीबत बन सकते हैं।
भारतीय मध्यक्रम में राहुल के लिए जगह बन सकती है जिन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ 66 गेंदों में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 60 रन बनाये थे। कार्तिक का इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक स्कोर अफगानिस्तान के खिलाफ 44 रन रहा है। यदि फाइनल के लिए भारतीय एकादश में कोई परिवर्तन होता है तो वह कार्तिक की जगह राहुल हो सकते हैं।
गेंदबाजी में जहां भुवनेश्वर और बुमराह दारोमदार संभालेंगे तो वहीं भारतीय बल्लेबाजों को बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान का सामना संभल कर करना होगा। रहमान ने 43 रन देकर पाक के चार बल्लेबाजों को पेवेलियन भेजा था। इस गेंदबाज ने टूर्नामेंट में अबतक आठ विकेट लिए हैं और वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने में अफगानिस्तान के राशिद खान के बाद दूसरे स्थान पर हैं।
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