नई दिल्ली: दिल्ली में फोटोग्राफर अंकित सक्सेना की हत्या के बाद मामले में राजनीति खूब हो रही है. कई दलों के नेता अंकित के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे हैं. कई दिनों तक दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार और उनके नेताओं की ओर से इस मुद्दे पर बयान नहीं देने और मुआवजा नहीं दिए जाने पर भी काफी राजनीति हुई. बाद में पार्टी के नेता भी घर पर गए. फिर परिजन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिले.
अब खबर है कि अंकित के परिजन अरविंद केजरीवाल की मुलाकात के बाद की गई घोषणा से नाराज़ हैं. अंकित के चचेरे भाई अमित सक्सेना और आशीष ने कहा है कि दिल्ली सरकार ने मजाक किया है. उन्होंने कहा कि अंकित के परिवार को केवल 5 लाख रुपये देने का आश्वासन दिया गया है.
उन्होंने कहा कि ये अंकित के पिता के साहस का अपमान है. परिजनों का कहना है कि एक सम्मानजनक राशि मिलनी चाहिए. उन्होंने बताया कि अंकित के मां-बाप बीमार हैं और उनकी आर्थिक हालत बेहद खराब है. अंकित के परिजनों ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दूसरे लोगों को यहां तक के दूसरे राज्यों के लोगों तक को मुआबजा दिया, लेकिन दिल्ली में उनका रुख अलग है. इनक कहना है कि इतना पैसा तो हमारी गली के लोग या अंकित के फेसबुक पेज पर अपील करने से मिल जाएंगे.
अंकित से बात करने के बाद उसकी महिला मित्र ने रात करीब आठ बजे अपने माता-पिता को घर में बंद कर अंकित के पास जाने के लिए निकली थी. माता-पिता को घर में बंद करने के बाद अंकित की महिला मित्र ने उन्हें बताया था कि वह अंकित से शादी करने जा रही है. पुलिस के अनुसार अंकित और उसकी महिला मित्र ने टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन पर मिलने का प्लान किया था. अंकित किसी वजह से तय समय पर मेट्रो स्टेशन नहीं पहुंच पाया था. इसी दौरान लड़की के अभिभावकों ने अपने पड़ोसियों की मदद से घर की कुंडी खुलवाई और अंकित के घर उससे मिलने चले गए. लेकिन अंकित उन्हें घर के पास के चौराहे पर ही किसी से बात करता हुआ मिल गया. परिजनों ने अंकित पर हमला कर दिया और एक ने उसके गले पर वार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई.
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