पेपर एनालिसिस-एम्स-2019 : बृजेश माहेश्वरी, निदेशक, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट

न्यूज़ डेस्क : देश के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल शिक्षण संस्थान ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) एमबीबीएस एंट्रेंस के लिए ऑनलाइन परीक्षा शनिवार को शुरु हो गई, 26 मई को भी जारी रहेगी। परीक्षा के लिए देश के 125 शहरों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए है। कोटा में इस परीक्षा के लिए दो परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। परीक्षा दो पारियों में हो रही है। पहली पारी की परीक्षा सुबह 9 से 12.30 बजे तक एवं दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 3 से शाम 6ः30 बजे तक आयोजित हुई। रविवार को भी दो पारियों में परीक्षा होगी। 
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि पहले दिन हुई परीक्षा के बाद विद्यार्थियों के फीडबैक के आधार पर यह कहा जा सकता है कि मॉर्निंग शिफ्ट में हुए पेपर में फिजिक्स व बॉयोलॉजी के सवाल उलझाने वाले रहे, थोड़ी कठिनाई विद्यार्थियों को इस पेपर में हुई। इसके अलावा केमेस्ट्री का पेपर आसान व सामान्य रहे। परीक्षा में कुल 200 प्रश्न पूछे गए। इसमें फिजिक्स, केमेस्ट्री व बॉयलोजी, हर विषय में 60-60 सवाल पूछे गए। इनमें 40 सवाल वैकल्पिक तथा 20 सवाल अर्सशन रिजनिंग (ए-आर) के रहे। सामान्य ज्ञान व एप्टीट्यूट के 20 प्रश्न पूछे गए। प्रत्येक सवाल एक अंक का था। गलत जवाब देने पर एक तिहाई अंक का ऋणात्मक मूल्यांकन था।
सामान्य ज्ञान में करंट अफेयर, लॉजिकल रिजनिंग, पहेलियां व तकनीक से जुड़े सवाल थे। इसमें वैश्विक से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के प्रश्न पूछे गए। विद्यार्थियों के समक्ष कम्प्यूटर पर पूरा पेपर एक साथ ओपन हुआ, जिसमें वे अपनी प्राथमिकता के अनुसार हल करने के लिए प्रश्नों का चयन कर सकते थे।
फिजिक्स : माहेश्वरी ने बताया कि फिजिक्स का पेपर गत वर्ष की तरह ही कठिन रहा। कैलकुलेशन ज्यादा होने से यह पेपर विद्यार्थियों के लिए काफी लेन्दी रहा। पेपर में कुल 45 फीसदी प्रश्न कक्षा 11वीं के सिलेबस से थे। जिसमें मैकेनिक्स, हीट, एसएचएम एवं वेव्ज जैसे टॉपिक कवर किए गए थे। इसी प्रकार 55 फीसदी प्रश्न कक्षा 12वीं के सिलेबस से पूछे गए थे। जिसमें इलेक्ट्रोडायनेमिक्स, मॉडर्न फिजिक्स व इलेक्ट्रोनिक और टॉपिक्स जैसे टॉपिक्स से प्रश्न आए। पेपर में दो प्रश्न आसान, 38 प्रश्न मध्यम एवं 20 प्रश्नों का स्तर कठिन रहा।
कैमेस्ट्री : कैमेस्ट्री का पेपर एम्स 2018 की तुलना में आसान रहा। सभी प्रश्न एनसीईआरटी के सिलेबस पर आधारित रहे। कुल 60 प्रश्न पूछे गए थे। फिजिकल कैमेस्ट्री में कक्षा 11 व 12वीं के सिलेबस से 10-10 प्रश्न पूछे गए थे। ऑर्गेनिक कैमेस्ट्री में कक्षा 11 से 7 और 12वीं के सिलेबस से 14 प्रश्न एवं इनऑर्गेनिक कैमेस्ट्री में कक्षा 11 से 7 एवं 12वीं के सिलेबस से 12 प्रश्न पूछे गए थे। जिनमें कुल 19 प्रश्नों का स्तर आसान, 31 प्रश्न मध्यम एवं 10 प्रश्न कठिन स्तर के पूछे गए। 
बॉयोलॉजी : बॉयोलॉजी का पेपर एम्स 2018 की तुलना में कठिन रहा। कुछ प्रश्न एनसीईआरटी के सिलेबस से बाहर के थे। सबसे अधिक 19 प्रश्न जेनेटिक्स टॉपिक से पूछे गए। इसके अलावा वायरस टॉपिक से पूछे गए प्रश्नों की संख्या भी ज्यादा थी। कक्षा 11 से 28 एवं 12वीं के सिलेबस से 31 प्रश्न आए। ओवरऑल पेपर में 33 प्रश्नों का स्तर आसान, 21 प्रश्नों का स्तर मध्यम एवं 5 प्रश्नों का स्तर कठिन रहा।

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