लागोस। एमनेस्टी इंटरनैशनल ने अंतरर्राष्ट्रीय आपराधिक अदालत से बोको हराम विद्रोहियों के अत्याचारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। संस्था ने आईसीसी पर नाइजीरिया पर गुनहगारों को न्याय के दायरे में लाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया। आईसीसी की प्रमुख अभियोजक फातिमा बेंसौदा ने युद्ध में होने वाले अपराधों और हिंसा के दौरान मानवता विरोधी कृत्यों से जुड़े आठ संभावित मामलों में वर्ष 2010 में प्राथमिक जांच शुरू की थी।
इन आठ में से छह मामले जिहादी संबंधी थे, जिनमें नागरिकों की हत्या, बड़ी संख्या में लोगों का अपहरण करना, स्कूलों तथा पूजा के स्थानों पर हमले, यौन हिंसा, संघर्ष में बच्चों का उपयोग करना शामिल है। बोको हराम के इस्लामी उग्रवाद में वर्ष 2009 से अभीतक उत्तर पूर्व नाइजीरिया में 27,000 लोगों की हत्या की जा चुकी है और करीब 18 लाख लोग बेघर हो चुके हैं।
नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मद बुहारी ने जून 2015 में वादा किया था कि मानवाधिकारों के दुरुपयोग के सभी मामलों से निपटने के लिए कानून के शासन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। बेंसौदा ने पांच दिसंबर अपनी रिपोर्ट में कहा कि नाइजीरिया ने आरोपों की जांच के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने लिखा कि बोको हराम के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की “ठोस संभावना” दिखाई दी, लेकिन सैनिकों के खिलाफ नहीं “क्योंकि नाइजीरियाई अधिकारी किसी भी ऐसे आरोप को अस्वीकार करते हैं।’
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