नई दिल्ली, 13जनवरी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जोशीमठ के हालातों को देखते हुए गुरुवार को एक हाईलेवल बैठक बुलाई. बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, आरके सिंह, भूपेंद्र यादव और गजेंद्र शेखावत समेत नॉर्थ और साउथ ब्लॉक के अधिकारी भी मौजूद रहे. बता दें कि इसके पहले भी बुधवार को अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से टेलीफोन पर बातचीत के जरिए जोशीमठ के हालात जाने थे. गृह मंत्रालय और अमित शाह जोशीमठ पर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं. इसी कड़ी में अमित शाह ने गुरुवार को जोशीमठ संकट को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की.
बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, BRO और एनडीआरएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में जोशीमठ में हो रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी साझा की गई है. इसके अलावा आगे की रणनीति पर भी चर्चा की गई. बता दें कि जोशीमठ में भू धंसाव को लेकर वहां संकट की स्थिति बरकरार है.
केंद्रीय नेतृत्व बनाए हुए है नजर
मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौजूद है. जोशीमठ के पल पल के घटनाक्रमों और आवश्यक कार्यवाहियों पर केंद्रीय नेतृत्व भी नजर बनाए हुए हैं. वहीं सीमा प्रबंधन सचिव डॉ. धर्मेंद्र सिंह गंगवार के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय टीम भी जोशीमठ में हालात का जायजा ले रही है. इसके पहले बुधवार को अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर भी बात की थी और राज्य सरकार को जोशीमठ के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया था. इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी जोशीमठ भूमि धंसने के महत्वपूर्ण मुद्दे पर सीएम से बात की थी.
सरकार प्रभावितों को हर संभव मदद देगी :धामी
जोशीमठ में स्थिति का जायजा ले रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार प्रभावितों के साथ है और उनकी हर संभव मदद करेगी. बुधवार दोपहर बाद जोशीमठ पहुंचे धामी ने देर रात तक राहत शिविरों का दौरा किया और वहां रह रहे लोगों से बातचीत की, साथ ही व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया. जोशीमठ में प्रसिद्ध नरसिंह मंदिर में पूजा अर्चना से दिन की शुरुआत करने के बाद धामी ने कहा कि सरकार प्रभावितों के साथ है और सभी अधिकारियों को लोगों को हर संभव मदद देने के आदेश दिए गए हैं.
723 भवनों को किया गया चिह्नित
चमोली, कर्णप्रयाग समेत अन्य स्थानों में भी भवनों में दरारें आने के संबंध में पूछे जाने पर धामी ने कहा, ‘उन सभी पर पहले से काम किया जा रहा है. जोशीमठ नगर क्षेत्र में 723 भवनों को भू-धंसाव प्रभावित के तौर पर चिह्नित किया गया है, जिनमें से अब तक 145 परिवारों को अस्थायी राहत शिविरों में भेजा गया है. इस बीच, जोशीमठ के प्रभावित परिवारों के लिए अंतरिम पैकेज के वितरण और पुनर्वास पैकेज की दर निर्धारित करने को लेकर चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गयी है.
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