यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के बीच मोदी और योगी सरकार का भी 11 मार्च को इम्तिहान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश  में सत्तारूढ़ भाजपा की प्रतिष्ठा से जुड़ी गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव की घोषणा के बाद भाजपा और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने आज उपचुनाव में जीत हासिल करने का दावा किया है. गोरखपुर लोकसभा सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर लोकसभा सीट उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य बनने के बाद खाली हुई हैं. इन दोनों सीटों पर उपचुनाव के तहत आगामी 11 मार्च को मतदान होगा और परिणामों की घोषणा 14 मार्च को की जाएगी.

इन उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. सबकी निगाहें भाजपा पर होंगी जो इन सीटों को वापस हासिल करना चाहेगी. उसके लिए यह उपचुनाव खास तौर पर इसलिए भी प्रतिष्ठा का प्रश्न है क्योंकि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में यह पार्टी प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई है. प्रमुख विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने इन दोनों ही सीटों के उपचुनाव मतपत्रों के जरिए कराने की मांग पहले से ही की है.

भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि उनका दल हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहता है. भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है. मुझे विश्वास है कि आने वाले उपचुनाव में पार्टी और बड़े अंतर से जीतेगी. हालांकि समाजवादी पार्टी का दावा है कि मतदाता गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को उसकी वादा खिलाफी का सबक सिखाएंगे. इस बीच, कांग्रेस ने भी दावा किया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के शासनकाल में डर का माहौल बना हुआ है और उप चुनाव में जनता इसका जवाब देगी.

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