उप्र के विकास में भागीदार बनें अमेरिकी कंपनियां : योगी

लखनऊ । यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के बैनर तले अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को प्रदेश में निवेश की संभावनाएं टटोलीं। बीस अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अमेरिका और उप्र के बीच कारोबारी रिश्ते मजबूत करने के बारे में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने अमेरिकी कंपनियों को प्रदेश में निवेश का न्योता देने के साथ सूबे में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाये गए कदमों की जानकारी दी। उन्हें यह भी बताया कि प्रदेश में ऊर्जा, अवस्थापना, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि, उद्योग, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और पर्यटन क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं जिसका लाभ उठाकर अमेरिकी कंपनियां प्रदेश के विकास में भागीदार बन सकती हैं।
इससे पहले फोरम की ओर से होटल ताज में आयोजित यूएस इंडिया इंडस्ट्री कॉनक्लेव में अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अमेरिका और उप्र के बीच व्यापारिक संबंधों को सुदृढ़ करने पर चर्चा की। स्वास्थ्य मंत्री ने अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि आम लोगों को उत्कृष्ट चिकित्सीय सेवाएं सुलभ कराने के लिए चिकित्सा क्षेत्र में निवेश की ज्यादा संभावनाएं हैं। सरकार का प्रयास है कि निजी क्षेत्र इस कार्य में आगे आये और राज्य को मेडिकल हब बनाने में सहयोग करें। प्रदेश में चिकित्सकों की कमी होने के कारण सरकार ने टेलीमेडिसिन को बढ़ावा देने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए हैं। टेली मेडिसिन, टेली कंसलटेंसी तथा टेली पैथोलॉजी के माध्यम से मरीजों को उत्कृष्ट श्रेणी की चिकित्सा सेवा मुहैया कराने पर विशेष बल दिया जा रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि सरकार किसानों की आमदनी को दोगुना करने की कोशिश में जुटी है। कृषि कार्यों में अत्याधुनिक तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र खोलने की योजना है। खाद्यान्न के भंडारण और परिवहन की बेहतर सेवाएं विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है। प्रदेश में अवस्थापना सुविधाओं के अलावा पर्यटन के क्षेत्र में विकास और निवेश की प्रचुर संभावनाएं हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अमेरिकी कंपनियों को हरसंभव सहयोग देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चाहते हैं कि अमेरिकी कंपनियां उप्र में निवेश करे। यदि निवेश बढ़ेगा तो उत्तर प्रदेश में रोजगार के अवसर में वृद्धि होगी तथा यहां के लोगों के जीवन स्तर में व्यापक सुधार होगा। कॉनक्लेव में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल, अमेरिकी दूतावास के उत्तर भारत कार्यालय के एरियल पोलॉक, यूएस व्यापार एवं विकास एजेंसी के कंट्री प्रतिनिधि मेहनाज अंसारी ने भी भाग लिया।

सीएम से मिले ये प्रतिनिधि
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों में बोइंग इंडिया के प्रेसीडेंट प्रत्यूष कुमार, मर्क शार्प एंड दोहमे (एमएसडी) के प्रबंध निदेशक विवेक कामथ, मेडीट्रॉनिक के भारतीय उप महाद्वीप के उपाध्यक्ष मदन आर.कृष्णन, शीरे के वाह्य विभाग के प्रमुख डॉ. भाष्कर ज्योति सोनोवाल, दुआ कंसलटिंग के पार्टनर बलिन्दर सिंह, एज्योर पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी इन्द्रप्रीत वाधवा, कारगिल के चेयरमैन इंडिया सिराज चौधरी, मास्टर कार्ड के वाइस प्रेसीडेंट (पब्लिक पॉलिसी) रोहन मिश्रा तथा केपीएमजी साइबर सिक्योरिटी सर्विसेज के पार्टनर अतुल गुप्ता शामिल थे।

News Source: jagran.com

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