केंद्र सरकार ने बिना किसी तैयारी के लागू कर दिया जीएसटी : अखिलेश यादव

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को भरोसा है कि समाजवादी पार्टी आने वाले दिनों में बहुत कुछ पाने की स्थिति में है। समाजवादी पार्टी के ऑफिस में डॉ. राममनोहर लोहिया की 50वीं पुण्य तिथि के समारोह के बाद उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के हर निर्णय के लोग बेहद परेशान हैं। बिना किसी तैयारी के जीएसटी को लागू कर दिया गया। इससे हर वर्ष परेशान है। अब इससे परेशान व्यापारी वर्ग भी समाजवादी पार्टी के साथ है। छोटे के साथ ही बड़ा व्यापारी भी जीएसटी से परेशान हो गया है।

अखिलेश यादव अपने परिवार की अनबन पर भी आज खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि जो पिता अपने बेटे की गलती को छुपाता है तो उसका बेटा राह से भटक जाता है। नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने मेरी गलती को इंगित किया। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं विश्व के हर परिवार में विचारों का झगड़ा होता है। हर जगह थोड़ा बहुत विचारों का झगड़ा हर परिवार में है। हम इससे जुदा नहीं है, या फिर कह लीजिए कि अकेले हम ही नही हैं।अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार सिर्फ बातों में विकास कर रही है। हमारे समय के कामों को अपना बता रही है। इतना हीं नहीं, अब तो यहां जो भी उद्घाटन हो रहा है, उसमें से हमारे नाम का शिलापट भी हटाया जा रहा है। ऐशबाग रामलीला में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीर चलाने पर तंज कसते हुए ने कहा कि वहां पर उनका तीर निशाने पर नही गया, वहीं गिर गया। लगता है कि अब उनका हर निशाना चूकने वाला है।

अखिलेश यादव ने कहा कि जो आंखों को देखने पर अच्छा लगे वो ही सहीं मायने में विकास है। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास खोने को कुछ नही है, समाजवादी पार्टी को अब तो सिर्फ पाना ही पाना है।

उन्होंने कहा कि अब हमको 2019 की तैयारी करनी है और 2022 की भी है। यह तो तय हो गया है, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब कोई काम नही करेगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि अब तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ही स्वीकार कर रहे है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस भ्रष्टाचार कर रही है। इस सरकार के कार्यकाल में अन्याय भी बढ़ा है।

भारतीय जनता पार्टी के लोग छोटे दिल के लोग हैं। सरकार ने एंटी रोमियो दल बनाया। इसके बाद जब लोग पकड़े गए तो वह भाजपा के ही कार्यकर्ता थे। इसके बाद एंटी रोमियो दल को भंग कर दिया गया।

News Source: jagran.com

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