प्रमुख विशेषतायें:
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कमीशन प्राप्त फाइटर पायलट और अड़तीस वर्ष से अधिक का विशिष्ट कार्यकाल
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राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त और पांच हजार से अधिक घंटों का उड़ान अनुभव
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वर्ष 1986 में शौर्य चक्र और 1987 में एवीएसएम से सम्मानित
एयर मार्शल बीआर कृष्णा ने 01 अक्टूबर, 2021 को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के हवाले से चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (सीआईएससी) का कार्यभार संभाल लिया। पद संभालने के बाद उन्होंने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर जांबाज सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी गारद पेश की।
वर्ष 1983 में उन्हें फाइटर पायलट के रूप में कमीशन मिला। एयर मार्शल बीआर कृष्णा का शानदार कार्यकाल 38 वर्ष से अधिक का है। वे योग्यताप्राप्त फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और अनुभवी टेस्ट पायलट भी रह चुके हैं। उन्होंने भारतीय वायुसेना के कई प्रकार के विमान, मालवाहक विमान और हेलीकॉप्टर को उड़ाने का अनुभव हासिल किया है। उन्हें पांच हजार से अधिक घंटों का उड़ान अनुभव भी है, जिसमें परिचालन, निर्देशन और परीक्षण उड़ानें शामिल हैं। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज के छात्र रहे हैं।
अपने शानदार कार्यकाल के दौरान सीआईएससी ने कई महत्त्वपूर्ण कमान और स्टाफ नियुक्तियों पर काम किया है। उन्होंने अग्रिम पंक्ति के युद्धक विमान दस्ते की कमान संभाली है। उन्होंने वायुसेना परीक्षण पायलट स्कूल का कार्यभार भी संभाला है। वे अग्रिम एयरबेस के मुख्य संचालन अधिकारी, विमान एवं प्रणाली परीक्षण प्रतिस्थापना के कमांडेंट रह चुके हैं तथा अग्रिम एयरबेस की कमान संभाल चुके हैं।
एयर मार्शल बीआर कृष्णा वायुसेना मुख्यालय में एयर स्टाफ (परियोजना) और एयर स्टाफ (आयोजना) के सहायक प्रमुख रह चुके हैं। एयर मार्शल के रूप में उन्होंने वरिष्ठ एयर स्टाफ अधिकारी, दक्षिण-पश्चिम वायु कमान तथा वायु संचालन के महानिदेशक के रूप में अपनी सेवायें दी हैं। सीआईएससी का कार्यभार संभालने से पहले वे पश्चिम वायु कमान के कमांडर थे। उन्हें 1986 में शौर्य चक्र और 1987 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
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