कर्नाटक में मिली हार के बाद अब राजस्थान पर ‘आप’ की नजर, दांव पर केजरीवाल की प्रतिष्ठा

नई दिल्ली । कर्नाटक विधानसभा चुनाव में औंधे मुंह गिरने के बाद अब आम आदमी पार्टी (आप) ने राजस्थान की ओर रुख किया है। राजस्थान को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसे लेकर ‘आप’ के राजस्थान के प्रभारी दीपक बाजपेयी की ओर से एक पोस्टर भी निकाला गया है। जिसमें युवाओं से समर्थन मांगा गया है।

राजस्थान के लिए ताकत लगा रही है ‘आप’

‘आप’ को राजस्थान में कितना समर्थन मिलता है या कनार्टक जैसी हालत होती है यह तो देखने वाली बात होगी। मगर कुमार विश्वास को हटाए जाने के बाद अब ‘आप’ राष्ट्रीय स्तर पर भी राजस्थान के लिए ताकत लगा रही है।

बता दें कि कुमार विश्वास अब केवल पार्टी में सिर्फ पीएसी (पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी) के सदस्य रह गए हैं। विश्वास के स्थान पर अब यह जिम्मेदारी दीपक बाजपेयी को दी गई है। बाजपेयी पार्टी के कोषाध्यक्ष हैं और पीएसी के सदस्य भी हैं।

पतन की तरफ ‘आप’

इस साल दिसंबर तक राजस्थान में चुनाव होने हैं। ‘आप’ अगर राजस्थान का चुनाव भी हारती है तो 2019 में होने वाला लोकसभा चुनाव लड़ना पार्टी के लिए भारी होगा। दिल्ली में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद से ‘आप’ का लगातार पतन हो रहा है। पंजाब, गोवा, उप्र और पूर्वोत्तर राज्यों में पार्टी की हार हुई है।

कर्नाटक में मिली करारी हार

मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ‘आप’ के सभी 28 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई है। बताया जा रहा है कि अभी तक राजस्थान में जो कार्यकर्ता जी जान से लगे थे कुमार विश्वास के हटाए जाने के बाद वे अपने घर बैठ गए हैं। इन कार्यकर्ताओं को मनाने में भी ‘आप’ को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है।

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