रायबरेली । वह तेरह शादियां कर चुका था। चौदहवीं से उसकी मुलाकातों का दौर शुरू हो गया था। इसकी जानकारी पाते ही उसकी घरवाली तल्ख हो उठी। चौदहवें निकाह में बाधा बनते देखकर शौहर ने अपनी पत्नी को ही रास्ते से हटा दिया। फिर अपने ही दोस्त को उस हत्याकांड में फंसाने की नीयत से थाने जा पहुंचा। हल्की सी पूछताछ में वह सच उगलने लगा। फिर सारी कहानी सामने आ गई। गांव वालों ने पुलिस को जब उसकी कहानी बताई तो लोग चौंक उठे। फुरसतगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत पूरे काले खां मजरे तेंदुआ निवासी मुस्तकीम पेशे से वाहन चालक है। तीन दिन पहले 5 अक्टूबर को उसे अपनी तेरहवीं पत्नी रेशमा की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया।
पुलिसिया पूछताछ में हैरतअंगेज घटनाक्रम के बारे में पता चला। मुस्तकीम ने रेशमा से तेरहवां निकाह किया था। इससे पहले वह बारह निकाह कर चुका था। सुलतानपुर, प्रतापगढ़ और श्रावस्ती से युवतियों को झांसे में फंसाकर लाता और गुपचुप निकाह कर लेता। जब कोई दूसरी युवती उसके जाल में फंस जाती तो पहली वाली से छुटकारा पा लेता। उस दौरान अगर बच्चे जन्मे तो उनको भी मां के साथ बाहर का रास्ता दिखा देता था।
लोगों की मानें तो मुस्तकीम की निगाह उन युवतियों पर होती थी, जिनके परिवार की माली हालत ठीक नहीं होती थी। रेशमा से जब उसने निकाह किया तो उसकी पैंतरेबाजी धरी रह गई। रेशमा अमेठी के पूरे जयङ्क्षसह मजरे उड़वा हेमराज के रहने वाले सत्तार की पुत्री थी। रेशमा को मालूम चला था कि मुस्तकीम के संबंध डीह की एक युवती से हो गए हैं, जिसका वह विरोध करने लगी थी। इसी के चलते मुस्तकीम ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।
News Source: jagran.com
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