न्यूज़ डेस्क : केरल के नए राज्यपाल के रूप ने आरिफ मोहम्मद खान की नियुक्ति पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को कहा कि यह बिल्कुल ‘अपेक्षित फैसला है’ क्योंकि पूर्व केंद्रीय मंत्री द्वारा हाल में दिए गए बयानों से साफ हो गया था कि भाजपा उन्हें जल्दी ही पुरस्कृत करेगी।
शाह बानो मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को तत्कालीन राजीव गांधी सरकार द्वारा अमान्य घोषित करने के लिये कानून बनाए जाने के विरोध में खान ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और मोदी सरकार ने उन्हें केरल का नया राज्यपाल नियुक्त किया है।
सिंघवी ने कहा, “केरल का राज्यपाल नियुक्त होने पर आरिफ मोहम्मद खान को बधाई। बिल्कुल अपेक्षित फैसला। हाल के समय में उनके बयानों से साफ हो गया था कि भाजपा जल्दी ही उन्हें पुरस्कृत करेगी। पुरस्कार मिलना चाहिए था और काफी समय से इसका इंतजार था।”
शाह बानो मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले का शुरुआती दिनों में राजीव गांधी सरकार द्वारा समर्थन किए जाने पर 1985 में संसद में खान का भाषण बेहद महत्वपूर्ण है। हालांकि, बाद में मौलवियों के कथित दबाव में आकर राजीव गांधी सरकार ने संसद में एक विधेयक पारित कर शाह बानो मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को अमान्य करार दिया। खान ने उसके तुरंत बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।
उत्तर प्रदेश के राजनीतिज्ञ खान बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन 2007 से वह राजनीति में सक्रिय नहीं थे। हाल ही में मोदी सरकार द्वारा तीन तलाक विधेयक लाए जाने पर खान ने उसका समर्थन किया।
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