नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट मामले में आम आदमी पार्यी यानी आप ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ पार्टी विधायकों की कथित बदसलूकी के मामले में आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई पुलिस छापेमारी को केन्द्र सरकार की तानाशाही का नतीजा बताते हुये कहा कि राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारों के खिलाफ दमनकारी रवैये के विरोध में आप कार्यकर्ता कल देशव्यापी आंदोलन करेंगे.
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और पार्टी प्रवक्ता आशुतोष ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस की कार्रवाई केन्द्र सरकार के इशारे पर हो रही है. यह दिल्ली की निर्वाचित सरकार को गिराने की साजिश का हिस्सा है.
जून ने कहा कि पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास में अंदर पहुंच कर मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी के नाम लिखा एक पत्र सौंप कर छानबीन की बात बतायी, जबकि मुख्यमंत्री आवास में विशेष कार्याधिकारी की तैनाती ही नहीं है। ऐसे में पुलिस का प्रवेश अवैध है. जून ने कहा कि इस मामले की अदालती जांच के दौरान पुलिस की दलीलें जिस तरह से खारिज की गयी हैं, उससे लगता है कि पुलिस अपनी कार्रवाई को सही साबित करने के लिये नये आधारों की तलाश में छापेमारी करने गई थी.
आशुतोष ने मुख्यमंत्री आवास में पुलिस के तलाशी अभियान के एक वीडियो के हवाले से कहा कि पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री आवास में रंगों की पुताई के बारे में पूछताछ की. उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि पुलिस किस मकसद से और किसके इशारे पर यह कार्रवाई कर रही है.
संजय सिंह ने कहा कि इस प्रकरण का एकमात्र मकसद केजरीवाल सरकार को अस्थिर करना और पुलिस कार्रवाई का मकसद आप नेताओं को अपमानित एवं प्रताड़ित करना. उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार दिल्ली से लेकर बंगाल तक, विपक्षी दलों की सरकार वाले सभी राज्यों में शासन तंत्र को अस्थिर करने का काम कर रही है. दिल्ली में भी पुलिस की कार्रवाई मोदी सरकार के इशारे पर हो रही है.’ इसके विरोध में आप कार्यकर्ता देश के सभी जिला मुख्यालयों पर कल विरोध प्रदर्शन करेंगे.
इस बीच दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री आवास से घटना के दिन की सीसीटीवी फुटेज मांगी गई थी लेकिन इसके नहीं मिलने पर पुलिस का जांच दल वारदात से जुड़े सबूत जुटाने के लिये गया था.
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