रांची। राजद प्रमुख लालू प्रसाद के जेल जाने से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी काफी आहत हैं। उन्हें लालू की चिंता हो रही है। शुगर है। उम्र भी अधिक है। सीबीआइ अदालत के फैसले के अगले दिन रविवार को राबड़ी ने अपना दर्द मीडिया से साझा किया।
राबड़ी ने कहा कि जेल में लालूजी को दवा कौन खिलाएगा। सेहत के प्रति लालूजी लापरवाह हैं। वह खुद अपना ख्याल नहीं रखते हैं। समय से दवा नहीं लेते हैं। घर में तो परिवार के लोग और मैं खुद उनका ख्याल रखती थी, लेकिन जेल में यह जिम्मेवारी कौन उठाएगा।
लालू की गैरमौजूदगी में राबड़ी पटना स्थित अपने आवास पर रविवार को भावुक नजर आ रही थीं। आवास में सिर्फ लालू की चर्चा थी। जो भी आता, मायूस भाव-भंगिमा में नजर आता। आंखों में दर्द और चेहरे पर हैरानी। सवाल एक ही कि आगे के लिए क्या आदेश है। शनिवार को चुपचुप रहने वाली राबड़ी रविवार को सबसे मिलजुल रही थीं। कार्यकर्ताओं को धैर्य का पाठ पढ़ा रही थीं। हिम्मत मत हारना। न्याय जरूर मिलेगा।
एक समर्थक ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र को निदरेष करार दिए जाने पर सवाल खड़ा किया तो राबड़ी ने टोका। दिलासा दिया। हमें भी न्याय मिलेगा। कोर्ट का फैसला सवरेपरि है। हम मानते रहे हैं। आगे भी मानेंगे। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं। ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। राबड़ी को अपने समर्थकों के भटकाव की भी चिंता थी।
Comments are closed.