वाराणसी। महामना मदन मोहन मालवीय की बगिया माने जाने वाले बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में कल रात को माहौल खराब होने के बाद आज भी तनाव बरकरार है। कैंपस के अंदर तथा बाहर पुलिस व पीएसी तैनात की गई है।
छात्रों ने कल एक छात्र नेता की गिरफ्तारी के विरोध में मेन गेट पर पथराव के साथ ही कैंपस में जगह-जगह खड़ी मरीजों, तीमारदारों, प्रोफेसरों, चिकित्सकों की करीब 100 गाडिय़ों, विश्वनाथ मंदिर के पास दुकानों, स्टेट बैंक की एटीएम में तोडफ़ोड़ की थी।
आज यहां पर यहां भारी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं। पुलिस की चप्पे-चप्पे पर नजर है। बीएचयू के बाहर पुलिस भीड़ को भी इकठ्ठा नहीं होने दे रही है। कल गुरिल्ला युद्ध की तरह छात्रों ने घटना को अंजाम दिया था।
गौरतलब है कि बीएचयू में बुधवार को एक बार फिर माहौल खराब हो गया था। यहां पुलिस ने पिछले महीने आईआईटी में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के विरोध के दौरान मारपीट, कैमरा लूटने, लैपटॉप तोडऩे सहित अन्य आरोपों में आशुतोष को दोपहर बाद गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी की जानकारी जैसे ही छात्रों को हुई तो वह छात्रावास के निकलकर मुख्य द्वार के पास पहुंच गए थे। छात्रों ने मेन गेट बंद कर लिया और नारेबाजी करने लगे थे। छात्रों ने गिरफ्तारी के विरोध में गुरिल्ला युद्ध की तरह घटना को अंजाम दिया।
सूचना पाकर गेट के बाहर भारी संख्या में पुलिस भी पहुंच गई थी लेकिन बिना विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुमति के वह अंदर नहीं जाने को तैयार हुए। करीब आधे घंटे बाद छात्रों ने पहले गेट पर लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़ा, उसके बाद तोडफ़ोड़ करते हुए एमएमवी चौराहा, सर सुंदर लाल अस्पताल गेट, चिकित्सा अधीक्षक आफिस के रास्ते में जो भी वाहन खड़े मिले उसमें जमकर तोडफ़ोड़ किया था।
छात्रों ने मेन गेट पर पथराव के साथ ही कैंपस में जगह-जगह खड़ी मरीजों, तीमारदारों, प्रोफेसरों, चिकित्सकों की करीब 100 गाडिय़ों, विश्वनाथ मंदिर के पास दुकानों, स्टेट बैंक की एटीएम में तोडफ़ोड़ किया था। उपद्रवी छात्रों के कारण पूर कैंपस में दहशत का माहौल हो गया था। फिलहाल पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
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