श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे मागाम, (हंदवाड़ा सेक्टर) में दो दिन पहले पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने सोमवार को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। पाकिस्तान द्वारा लश्कर संस्थापक हाफिज सईद को रिहा करने के बाद कश्मीर घाटी में किसी पाकिस्तानी आतंकी का पकड़ा जाना बहुत अहम है। उसके जरिये केंद्र सरकार लश्कर सरगना के खिलाफ कार्रवाई के लिए पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बना सकती है।
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों ने शनिवार को मागाम में एक पाकिस्तानी आतंकी को पकड़ा था। उसका नाम आमिर है और वह कराची (पाकिस्तान) का रहने वाला बताया जाता है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक 20 वर्षीय आमिर का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से है। वह 21 मई को मागाम के खार मुहल्ले में हुई मुठभेड़ में बच निकला था, जबकि उसके तीन अन्य साथी मारे गए थे। आमिर ने 15 नवंबर के बाद अपने साथियों संग गुलाम कश्मीर की तरफ से कश्मीर में घुसपैठ की थी।
राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आमिर का पकड़ा जाना बहुत अहम है। उसने शुरुआती पूछताछ में पाकिस्तान में मौजूद आतंकी नेटवर्क, पाकिस्तानी सेना और लश्कर-ए-तैयबा की साठगांठ पर कई अहम जानकारियां उपलब्ध कराई हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को आमिर को आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद एनआइए की टीम के हवाले कर दिया गया है। अब एनआइए उससे पूछताछ कर जम्मू कश्मीर में जारी आतंकवाद में लश्कर व पाकिस्तान की साजिश के तारों को जोड़ेगी। गौरतलब है कि इस समय एनआइए की हिरासत में तीन पाकिस्तानी आतंकी हैं। इनमें से दो कश्मीर में ही पकड़े गए हैं, जबकि एक बहादुर अली को जम्मू संभाग में पकड़ा गया था।
Comments are closed.