नई दिल्ली। संपत्ति रखने के मामले में भारतीयों की स्थिति अपने पड़ोसी देश चीन से थोड़ा कमजोर है। अगर सिर्फ देश की युवा आबादी की बात की जाए तो करीब 92 फीसद युवाओं के पास 10,000 डॉलर से कम की नेटवर्थ है। भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब 6.50 लाख रुपए बैठेगी। यह जानकारी स्विस ब्रोकरेज क्रेडिट सुइस की एक रिपोर्ट के जरिए सामने आई है। वहीं अगर चीन की बात करें तो वहां की सिर्फ 63 फीसद आबादी के पास ही 10,000 डॉलर से कम की नेटवर्थ है।
क्या कहती है रिपोर्ट: इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ 0.5 फीसद भारतीयों के पास ही 1,00,000 डॉलर से ऊपर की नेटवर्थ है। भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब 65 लाख रुपए के आस पास बैठेगी। हालांकि भारत की विशाल आबादी को देखते हुए यह आंकड़ा करीब 4.2 मिलियन के आसपास बैठता है।
संपत्ति की हिस्सेदारी जनसांख्यिकी से तालमेल बिठाने में असफल रही है क्योंकि संपत्ति की हिस्सेदारी के मुकाबले जनसंख्या का आंकड़ा काफी ज्यादा है। यह पर अगर प्रति वयस्क संपत्ति की बात करें तो यह आंकड़ा 5,980 डॉलर (साल 2017 के मध्य तक) के आस पास बैठेगा। भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब 3,88,700 रुपए बैठेगी।
पर्सनल वेल्थ में किस चीज का दबदबा ज्यादा: प्रॉपर्टी एवं अन्य रियल एस्टेट संपत्तियों के मुकाबले पर्सनल वेल्थ का दबदबा बना हुआ है, जो कि अनुमानित घरेलू परिसंपत्तियों का 86 फीसद हिस्सा हैं। जबकि व्यक्तिगत ऋण का अनुमान 376 डॉलर है जो कि सकल परिसंपत्तियों का 9 फीसद है।
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