कुरुक्षेत्र। अपने तीन मासूम बच्चों की हत्या करने वाले पिता सोनू मलिक और चाचा जगदीप मलिक के इरादे बेहद खतरनाक थे। दाेनों ने साजिशों का ऐसा ताना-बाना बुना था कि जिसे जानकार दिमाग घूम जाए। किसी मर्डर सस्पेंस फिल्म की तरह दाेनों ने हत्याओं की साजिश रची थी। तीन मासूम बच्चों को मौत के घाट उतारने के बाद सोनू अपनी पत्नी को जगदीप की मदद से ठिकाने लगाने की तैयारी में था। लेकिन जगदीप ने इससे आगे के कदम के बारे में भी सोच रखा था। वह कुछ दिनों के बाद सोनू की भी हत्या कर देता।
गांव सारसा के ग्रामीणों का कहना है कि सोनू मलिक व जगदीप मलिक का गांव में रिकार्ड ठीक नहीं था। इस बार दोनों ने जो जाल बुना था उसमें दोनों अपना-अपना फायदा देख रहे थे। एक तरफ सोनू जगदीप के माध्यम से अपने तीनों बच्चों की हत्या के बाद पत्नी की हत्या कर शिमला की महिला से अपने अवैध संबंध को परवान चढ़ाना चाहता था। दूसरी ओर, जगदीप संपत्ति को अपने नाम करने के लिए सोनू का ही कत्ल करने की फिराक में था।
ग्रामीणों का कहना है कि सोनू ने सुमन की हत्या की साजिश इस तरह रची थी कि लोगों को ऐसा लगता कि बच्चों की मौत के सदमे में सुमन ने भी जान दे दी। ग्रामीणों क अनुसार, जगदीप पहले भी सोनू के साथ मिलकर अपने छोटे भाई बलविंद्र की हत्या कर चुका था और उसे आत्महत्या का रूप दे दिया था। ऐसा जगदीप ने इसलिए किया था कि उसके पिता की संपति में किसी तरह का बंटवारा नहीं हो और पूरी 11 एकड़ जमीन उसे मिल जाए। इसमें वह सफल भी रहा।
लोगों का कहना है कि अब सोनू की साजिश को सिरे चढ़ाने के बाद जगदीप उसकी भी हत्या करने के लिए जाल बन रहा था, ताकि सोनू के हिस्से की 13 एकड़ जमीन भी उसे मिल जाए। इस चाल के शिकार सोनू के तीन मासूम बच्चे चले गए लेकिन पूरी साजिश के उजागर हो जाने से सुमन की जान बच गई।
सोनू के फोन के बाद की थी समर की हत्या
ग्रामीणों और पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दो बच्चों की हत्या करने के बाद जगदीप ने सोनू को फोन किया था कि उसके छोटे बेटे समर का क्या करें। इस पर सोनू ने कहा था कि उसको भी गोली मार दे। इसके बाद जगदीप ने उसको भी गोली मार दी।
जगदीप की पत्नी भागी गांव से
जगदीप की पत्नी घटना के बाद गांव में ही थी, लेकिन बुधवार दोपहर को अचानक घर से निकली और सड़क पर खड़ी एक कार में बैठकर भाग गई। इस कार में दो युवक भी थे। उसने ऐसा क्यों किया यह अभी पहेली बनी हुई है। ऐसी शंका जताई जा रही है कि पूरी घटना की जानकारी उसे पहले रही होगी। वहीं एक पक्ष यह भी कह रहा है कि पति के आरोपी होने के कारण बच्चों का शव आने के बाद सबकी निगाहें उसकी तरफ होतीं जिससे बचने के लिए वह गांव से चली गई।
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हत्यारोपी चाचा छह दिन के पुलिस रिमांड पर
उधर, जगदीप को पुलिस ने बुधवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे छह दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी से वारदात में प्रयोग की गई कार व पिस्तौल बरामद की जाएगी। इसके अलावा इस मामले में और कौन-कौन शामिल है इसके बारे में पूछताछ होगी। पुलिस इस मामले आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है।
सोनू को फरार दिखा रही पुलिस
सोनू मलिक को पुलिस अभी फरार दिखा रही है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने जगदीप के साथ सोनू को भी सोमवार रात को ही उसके घर से उठा लिया था। ऐसे में सवाल है कि सोनू कैसे फरार हो गया? बताया जाता है कि पुलिस सोनू को लेकर हत्या से संबंधित और तार जोड़ने में जुटी है। सारे तार जोड़ने के बाद ही पुलिस सोनू की गिरफ्तारी दिखाएगी। एसपी अभिषेक गर्ग ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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बच्चों की हत्या दर्दनाक घटना : सैनी
लाडवा विधायक डॉ. पवन सैनी ने कहा कि बच्चों की हत्या दर्दनाक घटना है। इस मामले में संलिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वह खुद पुलिस अधीक्षक से बातचीत करेंगे। समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए समाज को भी सजग होना होगा।
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बच्चों की हत्या ने रिश्ते को किया कलंकित
अखिल भारतीय सर्वखाप सर्वजात महापंचायत की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष दहिया ने कहा कि तीन बच्चों की नृशंस हत्या ने चाचा के रिश्ते को कंलकित किया है। ऐसे व्यक्ति समाज के लिए अभिशाप हैं, इन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
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