चंडीगढ़। हरियाणा प्रशासनिक सेवा (एचसीएस) के न्यायिक अधिकारियों की भर्ती के लिए परीक्षा में पेपर लीक करने के तीन अभियुक्तों में से एक सुनीता अदालत में फफक फफक कर रो पड़ी। वह इस परीक्षा में टॉपर रही थी। उस पर आरोप है कि उसने परीक्षा से पहले पेपर हासिल करने के लिए डेढ़ करोड़ में डील की थी। सुनीता ने आरोप लगाया कि पुलिस उसका टॉचर्र कर रही है और उसके कानों पर करंट लगाया गया है।
तीन दिन पहले चंडीगढ़ पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ने उसे दिल्ली के नजफगढ़ से गिरफ्तार किया था। उसे तीन दिन के लिए पुलिस ने रिमांड पर लिया था। उसकी रिमांड अवधि पूरी होने के बाद अदालत ने उसे जेल भेज दिया।
करोड़ों में पेपर लीक के लिए हुई थी डील, सुनीता ने किया था टॉप
सुनीता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे टॉचर्र किया। उसके कानों पर करंट लगाया गया। मेडिकल भी नाम का था। उसे डॉक्टरों ने हाथ तक नहीं लगाया और पुलिस के कहने पर ही रिपोर्ट बना दी। उसने कहा कि उसे काफी समय से थायरॉयड की प्रॉब्लम है और वह दवा के बारे में कहती रही लेकिन पुलिस ने दवा नहीं दी।
इस पर जज ने पुलिस से पूछा तो पुलिस ने इनकार करते हुए कहा कि जो भी दवाएं डॉक्टर ने कहीं थी, उसे दे दी गई थीं। बता दें कि पंचकूला के पिंजौर निवासी एडवोकेट सुमन ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुमन भी अभ्यर्थी थी। परीक्षा की तैयारी के उसकी दोस्ती सुशीला से हो गई। एक दिन उसने सुशीला से कोचिंग से जुड़ी ऑडियो क्लिप मांगी। मगर उसके पास जो ऑडियो क्लिप आई उसमें सुशीला एक अन्य युवती सुनीता से बात कर रही थी और डेढ़ करोड़ में नियुक्ति की बात हो रही थी।
इसके बाद जब उसने पूछा तो सुशीला ने वो ऑडियो क्लिप डिलीट कर दी। जोर देने पर उसने बताया कि एचसीएस ज्यूडिशियल का पेपर डेढ़ करोड़ में मिल रहा हे। याची ने पेपर लेने में रुचि दिखाई। इस पर सुशीला ने याची को छह सवाल बताए जो परीक्षा में आने थे। शक होने पर याची से संपर्क ही नहींं किया गया।
16 जुलाई को परीक्षा के दिन जब याची को प्रश्नपत्र मिला तो जो प्रश्न उसे बताए गए थे वे मौजूद थे। इसके बाद हाई कोर्ट ने परिणाम को देखा तो सुनीता और सुशीला अपने अपने वर्ग की टॉपर थीं। तब हाई कोर्ट ने इसकी जांच के आदेश दिए थे।
जांच के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने हाई कोर्ट के तत्कालीन रजिस्ट्रार (भर्ती) और पेपर खरीद की बात करने वाली सुनीता और सुशीला के खिलाफ केस दर्ज किया था। रजिस्ट्रार (भर्ती) ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी गिरफ्तारी पर स्थगन ले रखा है। सुशीला अभी पुलिस गिरफ्त से घायल है।
News Source: jagran.com
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