नई दिल्ली: न्यूजीलैंड टी-20 सीरीज से पहले टीम इंडिया कीवियों से 5 बार भिड़ी, लेकिन कभी भी एक मैच नहीं जीत पाई थी. इस सीरीज में भारतीय टीम ने न सिर्फ खराब रिकॉर्ड को तोड़ा बल्कि श्रृंखला जीतकर यह दिखलाया कि क्यों वह नंबर 1 टीम बनने के लायक है. लेकिन अभी भी टीम इंडिया के टी-20 फॉर्मेट में कुछ खामियां हैं, जिसे लेकर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि टीम में अभी भी मिडिल ऑर्डर काफी कमजोर है, जिसे पूरा करने के लिए टीम में खिलाड़ियों का बदलाव करना जरूरी है. गावस्कर के मुताबिक मध्यक्रम में मजबूती लाने के लिए टी-20 फॉर्मेट में युवराज सिंह और सुरेश रैना को टीम में जगह देना चाहिए. उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के लड़खड़ाते मीडिल ऑर्डर को संभालने के लिए न सिर्फ युवराज बल्कि सुरेश रैना की भी वापसी होनी चाहिए.
गावस्कर ने कहा कि युवी और रैना के आने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को मिडिल ऑर्डर में अनुभवी बल्लेबाज तो मिलेंगे साथ ही बाएं हाथ के बैट्समैन की कमी भी पूरी हो जाएगी. उनमें अभी भी दमखम बाकी है, जो टीम के मिडिल ऑर्डर को मजबूत कर सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इन खिलाड़ियों को टीम में शामिल करके इस समस्या का हल निकाला जा सकता है. भारतीय टीम के मैनेजमेंट अभी चौथे नंबर पर बैटिंग के लिए वनडे और टी-20 में प्रयोग कर रहे है. लेकिन इस पोजिशन पर कोई खास रिस्पॉन्स नहीं मिल सका है. फिलहाल गावस्कर की माना जाए तो शायद टीम इंडिया को मिडिल ऑर्डर में मजबूती के लिए युवी और रैना को खिलाना फायदेमंद होगा.
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली, कोच रवि शास्त्री और चयनकर्ताओं की निगाहें अब 2019 वर्ल्ड कप पर है. इसके लिए टीम को परफेक्ट-11 की तलाश अभी भी पूरी नहीं हो सकी है. पिछले दो एकदिवसीय सीरीज ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए कई प्रयोग किए जा चुके हैं. जिसमें उन्होंने केएल राहुल, दिनेश कार्तिक, मनीष पांडे और अजिंक्य रहाणे तक को ट्रायल कर चुके हैं, अभी भी मैनेजमेंट कोई नतीजे पर नहीं पहुंच सकी. फिलहाल देखना होगा कि श्रीलंका के खिलाफ होने वाले वनडे और टी-20 मैचों के लिए चयनकर्ता किन खिलाड़ियों पर भरोसा जताएगी.
News Source: khabar.ndtv.com
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