स्मॉग से घुटने लगा दिल्ली-NCR का दम, मेडिकल इमरजेंसी का हुआ एलान

नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर में सोमवार की तरह मंगलवार को भी हवा सांस लेने लायक भी नहीं रही। सुबह जब लोग उठे तो बाहर घना स्मॉग था। इससे सांस के रोगियों को काफी परेशानी हुई। वायु प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने मेडिकल इमरजेंसी घोषित की है।

अस्पतालों में 35-40 फीसद सांस के मरीज भी बढ़ गए हैं। यह स्थिति बच्चों, बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं, अस्थमा व दिल के मरीजों के लिए प्राणघातक साबित हो सकती है। बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

दिल्ली में बुधवार को, जबकि गाजियाबाद में पांचवीं तक की कक्षाएं दो दिन बंद रहेंगी। स्मॉग के चलते मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर 300 उड़ानें प्रभावित रहीं। गाजियाबाद में निर्माण कार्यो पर एक सप्ताह तक प्रतिबंध रहेगा। प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों को बंद करने व जेनरेटर व प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों से जुर्माना वसूलने के निर्देश दिए गए हैं। व्यस्त मार्गो एवं चौराहों पर दो बार पानी के छिड़काव होगा।

एनसीआर में मंगलवार को अधिकांश जगहों पर वायु प्रदूषण का इंडेक्स 400 के ऊपर पहुंच गया। दृश्यता 50 मीटर तक रह गई, वहीं अस्थमा, दमा और सांस के रोगियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया। सुबह 11 बजे के आसपास हवा चलने पर स्मॉग हटने लगा।

पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण-संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने इस स्थिति को अति गंभीर करार दिया है। मौसम व पंजाब की पराली के धुएं को दोषी बताते हुए ग्रेडेड एक्शन प्लान (ग्रेप) का चौथा चरण तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश दिया।

ऑड-इवेन के लिए दिल्ली सरकार को तैयारी रखने को कहा है। ईपीसीए सदस्य डॉ. सुनीता नारायण ने बताया कि स्कूलों को सलाह दी गई है कि फिलहाल बच्चों की बाहरी गतिविधियों को स्थगित कर दें। सांस के मरीज घर से बाहर न निकलें।

सीपीसीबी के सदस्य सचिव ए सुधाकर ने बताया कि फिलहाल दिल्ली में दो तरफ से हवा चल रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर से चलने वाली हवा में नमी है, जबकि पंजाब की तरफ से चल रही हवा में पराली का धुआं भी है। इससे नमी और प्रदूषण मिलकर धुएं की परत बना रहे हैं।

हवा की गति बहुत कम है, लिहाजा प्रदूषण उड़ नहीं पा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो-तीन दिन तक ऐसी ही स्थिति बने रहने के आसार हैं।

पड़ोसी राज्यों में कई लोगों की मौत

मंगलवार को दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब सहित और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में स्मॉग का कहर देखने को मिला। स्मॉग के कारण हुए हादसों मे हरियाणा में दस, पंजाब में सात और उत्तर प्रदेश में चार की मौत हो गई।

हरियाणा में प्रदूषण के कारण बन रहे स्मॉग से तीन दिन से लगातार जानलेवा हादसे हो रहे हैं। मंगलवार को भी स्मॉग के कारण दृश्यता कम होने से कई जगह हादसे हुए। रोहतक में तीन, करनाल में दो और झज्जर, सिरसा, कैथल, पानीपत व कुरुक्षेत्र में एक-एक की जान गई।

15 लोग घायल हो गए। हिसार में अलग-अलग 18 वाहन आपस में टकरा गए, जिनमें छह स्कूली बच्चों सहित 37 लोग घायल हो गए। सोनीपत में हुए अलग-अलग हादसों में आठ लोग घायल हुए हैं।

News Source: jagran.com

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