आइएसआइएस का संदिग्ध आतंकी अबु जैद मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश आतंक निरोधी दस्ते (यूपीएटीएस) ने शनिवार को मुंबई एयरपोर्ट पर आतंकी संगठन आइएसआइएस के संदिग्ध आतंकी अबु जैद को गिरफ्तार किया है। उसे तब  गिरफ्तार किया गया जब वह सऊदी अरब से मुंबई वापस लौटा। अबु जैद मूल रूप से आजमगढ़ का निवासी है। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाकर कोर्ट में पेश करने की तैयारी है।

पुलिस अपर महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने रविवार को बताया कि अबु जैद सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रह रहा था और सोशल मीडिया ग्रुप के जरिये भारत में युवाओं को आइएसआइएस के प्रति लुभाने का काम कर रहा था। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2017 में यूपीएटीएस ने अन्य एजेंसियों और राज्य पुलिस की मदद से चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। यह गिरोह इंटरनेट पर एक एप के जरिये बातचीत करता था और आतंकी घटना की तैयारी कर रहा था।

इनकी गिरफ्तारी से आतंकी घटना को रोक पाने में मदद मिली थी। इस मामले की विवेचना में आजमगढ़ के थाना गंभीर नगर के अंतर्र्गत पश्चिम मोहल्ला छाउ के निवासी अबु जैद (पुत्र अलाउद्दीन) का नाम सामने आया जो सऊदी अरब में रह रहा था और भारत में युवाओं को आइएसआइएस के प्रति प्रेरित करने और राह दिखाने का काम कर रहा था। गिरफ्तार अभियुक्तों के मोबाइल फोन से इसके पुख्ता प्रमाण भी मिले थे। इसलिए अबु जैद के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। सऊदी अरब से मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उसे डीएसपी अनूप सिंह ने गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उसे ट्रांजिट रिमांड पर लिया जा रहा है और लखनऊ लाया जाएगा। उसे पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ की जाएगी।

 

आतंकवाद की नर्सरी आजमगढ़ फिर सुर्खियों में

आतंकवाद के मामले में आजमगढ़ जनपद एक बार फिर सुर्खियों में है। गंभीरपुर थाना क्षेत्र के छाऊं ग्राम निवासी अबू जैद पुत्र अलाउद्दीन को महाराष्ट्र एटीएस ने रविवार की सुबह रियाद से मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंची फ्लाइट से उतरते ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की खबर जैसे ही मीडिया के माध्यम से आमजन तक पहुंची तो जिले में कयासों का बाजार गर्म हो गया। आरोपी के बारे में पता लगाने के लिए खुफिया इकाई के लोग जब छाऊं गांव पहुंचे तो किसी ने इस बारे में अपनी जुबान नहीं खोली। गांव के लोगों ने जैद को सऊदी जाने की बात से भी अनभिज्ञता जताई। बहरहाल खुफिया एजेसियां अबू जैद के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करने में लगी हैं, हर तरह की सतर्कता बरत रही हैं।

आइएसआइएस से जुड़ा नाम

खुफिया विभाग की मानें तो अबु जैद का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से संबंध था। अब वह आइएसआइएस जैसे खूंखार आतंकी संगठन से भी जुड़ गया था। इंटरनेट के माध्यम से वह युवाओं को गुमराह कर उन्हें अपने संगठन से जोडऩे का काम कर रहा था। अबु जैद और उसके झांसे में आने वाले युवकों के बीच हुई वार्ता खुफिया एजेंसियों की जानकारी में आ गई, तभी से उस पर नजर रखी जा रही थी।

हाई प्रोफाइल मामला

गंभीरपुर क्षेत्र में कुछ लोगों का कहना है कि यह मामला हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़ा हुआ है। दबी जुबान दो- एक लोगोंं ने यह भी बताया कि कुछ लोग सोने के तस्करी के साथ आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद भी पहुंचाने में लगे रहते हैं। देश में कई बेरोजगार युवकों को सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठनों से जुडऩे से संबंधित मिले इनपुट के बाद पकड़ा गया अबु जैद देश की खुफिया एजेंसियों की निगाह में आ गया।

बेटे पर आतंकवाद का आरोप गलत

परिवार में सबसे बड़े बेटे अबू जैद की गिरफ्तारी से हतप्रभ अलाउद्दीन को जैसे काठ मार गया हो। उन्हें अदालत पर भरोसा है कि उनके साथ इंसाफ होगा। मौके पर पहुंचे जागरण प्रतिनिधि को बताया कि बेटे पर लगा आतंकवाद का आरोप गलत है। कहा कि वह नौकरी करने गया था और कंपनी बंद होने पर चार साल के बाद घर वापस आ रहा था। आर्थिक संकट में मेरे तीन पुत्रों व छह पुत्रियों में सबसे बड़ा अबूजैद वर्ष 2009 में सऊदी अरब कमाने चला गया। वहां के रियाद शहर में वह भूमिगत केबल बिछाने वाली एक कंपनी में बतौर लेबर काम करता था। तीन वर्ष बाद वर्ष 2012 में घर लौटने पर क्षेत्र के सेना में तैनात मोहम्मदपुर ग्राम निवासी सैफुर्रहमान की पुत्री राफिया के साथ अबूजैद की शादी हो गई। फिर वह काम के लिए सऊदी चला गया। इन दिनों खाड़ी देश में आए आर्थिक संकट के चलते कंपनी बंद हो गई तो अबूजैद हमेशा के लिए घर लौट रहा था। उसकी पत्नी राफिया अपनी आठ माह की पुत्री के साथ महाराष्ट्र के नागपुर जिले में कार्यरत अपने सैनिक पिता व भाई के साथ रहती है। गिरफ्तारी के संबंध में अलाउद्दीन ने बताया कि शुक्रवार की देर रात मुंबई से फोन करने वाले किसी अधिकारी ने स्वयं को एटीएस का बताते हुए अबू जैद के गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। बेटे के जुर्म के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। बेटे की गिरफ्तारी पर अलाउद्दीन का कहना है कि हमें क्या पता कि विदेश से घर लौटने पर बेटे के ऊपर आतंकवाद जैसा आरोप लगा दिया जाएगा, यह गलत है। फिलहाल हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। मेरे बेटे पर जनपद के अलावा अन्य कहीं भी किसी तरह का कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है।

News Source: jagran.com

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