अंबाला। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत को अंबाला सेंट्रल जेल में वीआइपी ट्रीटमेंट देने का मामला गर्माने के बाद हरियाणा सरकार को सफाई देने की मुद्रा में आना पड़ा है। हनीप्रीत को जेल में खास सुविधा देने और उससे मिलने आए परिजनों को वीआइपी ट्रीटमेंट के लेकर घमासान के बाद जेल मंत्री कृष्ण पंवार खुद जांच करने आए। इस दौरान उन्होंने जेल प्रशासन को क्लीन चिट दी, लेकिन कुछ सवालों पर वह बचते नजर आए।
गौरतलब है कि चार दिन पहले जेल परिसर में हनीप्रीत से मिलने आए परिजनों कीे कार को जेल के प्रमुख गेट तक जाने दिया गया था। कई दिन बाद भी जेल प्रशासन के इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने पर सवाल उठ रहे थे। हनीप्रीत से शुक्रवार को उसके भाई, भाभी, बहन और जीजा मिलने आए थे। इस दौरान उनकी कार को किसी ने भी नहीं रोका और गाड़ी सीधे सेंट्रल जेल के अंदर तक चली गई। कार पर काले शीशे भी लगे थे। चर्चाएं हैं कि जेल में हनीप्रीत के लिए बाहर से खाना मंगवाया जाता है।
इस बारे में जानकारी मिलने पर जेल मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने इसे बहुत बड़ी घटना कहा था। ऐसे में वह आज जेल का निरीक्षण करने आए। पंवार आज दोपहर बाद जेल में पहुंचे सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने जेल में हनीप्रीत काे खास सुविधाएं देने और परिवार को वीआइपी ट्रीटमेंट देने के मामले की जांच की। इस दौरान मीडिया कर्मियों काे जेल परिसर में नहीं जाने दिया गया।
जांच के बाद जेल से बाहर पत्रकारों से बातचीत में पंवार ने हनीप्रीत को वीअाइपी ट्रीटमेंट दिए जाने के मामले में जेल प्रशासन को क्लीन चिट दी। उन्होंने कहा कि हनीप्रीत को कोई वीआइपी सुविधा नहीं दी जा रही है। जेल परिसर के भीतर काले शीशों वाली कार की एंट्री के बारे में पूछे गए सवाल पर पंवार ने कहा कि इसमें निश्चित रूप से रही है जिला प्रशासन की चूक रही है।
उन्होंने कहा कि जिस गाड़ी में परिवार आया था वह हनीप्रीत के पिता रामानंद के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसमें शाह सतनाम डेरा सच्चा सौदा का पता दिया गया है। जेल परिसर के भीतर गाड़ी जाने के मामले में मंत्री ने कहा कि हनीप्रीत के परिवार की एक महिला सदस्य की हालत खराब हो गई थी। इसी कारण गाड़ी को भीतर जाने की अनुमति दी गई।
News Source: jagran.com
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