मणिपुर में उग्रवाद विरोधी अभियान तेज: सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किए

यह अभियान केंद्रीय सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस के संयुक्त प्रयासों के तहत मणिपुर के विभिन्न संवेदनशील जिलों में चलाया गया। इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, थोउबाल, काकचिंग, विष्णुपुर, जिरीबाम और तमेंगलोंग जिलों में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाकर भारी मात्रा में हथियार बरामद किए। यह अभियान उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बहाल करने और सुरक्षा को सुदृढ़ करने की एक निरंतर प्रक्रिया का हिस्सा है।

खेंगजांग गांव (कांगपोकपी जिला) में एक प्रमुख अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने दो सेल्फ-लोडिंग राइफल्स (SLRs), दो पंप एक्शन गन, 59 राउंड 12-बोर गोलियां, 5.56×45 मिमी की एक प्रयुक्त कारतूस, एक बुलेटप्रूफ हेलमेट और एक वायरलेस हैंडसेट जब्त किया। यह बरामदगी दर्शाती है कि इस क्षेत्र में अब भी कई तरह के हथियार मौजूद हैं, जिससे कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए चुनौतियाँ बनी हुई हैं।

तमेंगलोंग जिले के ताटबुंग गांव (कैमाई पुलिस स्टेशन क्षेत्र) में तलाशी अभियान के दौरान चार सिंगल बैरल ब्रिच लोडिंग (SBBL) गन बरामद की गईं। वहीं, इंफाल पश्चिम जिले के मोइडांगपोक (पटसोई पुलिस स्टेशन क्षेत्र) में छापेमारी के दौरान .32 कैलिबर पिस्तौल, पांच बैरल गन, दो टियर स्मोक म्यूनिशन (आंसू गैस के गोले) और तीन हाई-एक्सप्लोसिव (HE) ग्रेनेड बरामद किए गए।

इंफाल पूर्व के साओम्बुंग-पाओराबी गांव (लमलाई पुलिस स्टेशन क्षेत्र) में तलाशी के दौरान सुरक्षा बलों ने एक SLR राइफल, एक मैगजीन, दो 9mm पिस्तौल, 19 राउंड अमोघ कार्बाइन गोला-बारूद, दो हैंड ग्रेनेड और एक .303 राइफल बेयोनट बरामद की।

थोउबाल जिले के लंगमेइथेक येरुम चिंग (नोंगपोक सेक्माई पुलिस स्टेशन क्षेत्र) में सुरक्षा बलों ने एक INSAS राइफल, एक मैगजीन, एक SMG कार्बाइन, दो 12-बोर सिंगल बैरल गन, एक रिवॉल्वर, एक फ्लेयर गन, दो हैंड ग्रेनेड, दूरबीन, दो वायरलेस सेट (चार्जर सहित), चार बुलेटप्रूफ जैकेट और दो बुलेटप्रूफ हेलमेट जब्त किए।

अवैध हथियार आत्मसमर्पण योजना समाप्त होने के बाद, सुरक्षा बलों ने गैरकानूनी हथियार रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। यह ऑपरेशन अभी भी जारी है, और अधिकारियों ने स्थानीय समुदायों से सहयोग करने का आह्वान किया है ताकि कानून-व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।

मणिपुर सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस बात पर ज़ोर दे रही हैं कि अवैध हथियारों की बरामदगी से राज्य में शांति और स्थिरता स्थापित करने में मदद मिलेगी। यह अभियान उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा को मजबूत करने और हिंसा को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.