उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली 33 वर्षीय शहजादी खान, जो संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में बतौर घरेलू सहायिका कार्यरत थीं, को फरवरी 2025 में अबू धाबी में उनके नियोक्ता के चार महीने के शिशु की हत्या के आरोप में फांसी दी गई।
संयुक्त अरब अमीरात में घरेलू सहायिकाओं की स्थिति
शहजादी खान की कहानी संयुक्त अरब अमीरात में काम करने वाली कई भारतीय घरेलू सहायिकाओं की दुखद कहानियों में से एक है। अक्सर बेहतर जीवन और चिकित्सा उपचार के वादे के साथ इन महिलाओं को खाड़ी देशों में लाया जाता है, लेकिन कई बार उन्हें बंधुआ मजदूरी और अमानवीय परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
शहजादी खान का UAE यात्रा और आरोप
2021 में, शहजादी खान को अबू धाबी में एक भारतीय दंपति के घर घरेलू सहायिका के रूप में काम पर रखा गया था। उसके कार्यों में चार महीने के शिशु की देखभाल शामिल थी। फरवरी 2022 में शिशु की अचानक मृत्यु के बाद, शहजादी पर हत्या का आरोप लगाया गया। उनके परिवार और भारतीय अधिकारियों ने शहजादी के लिए क्षमादान की अपील की, लेकिन अंततः फरवरी 2025 में उनकी फांसी की सजा को अंजाम दिया गया।