कैसे हुई यह घटना?
सूत्रों के अनुसार, भुवनेश्वर से नई दिल्ली जा रही नंदन कानन एक्सप्रेस (Train No. 12815) जब DDU जंक्शन पहुंची, तभी ट्रेन के कोच अचानक दो हिस्सों में बंट गए। ट्रेन का इंजन और कुछ डिब्बे आगे बढ़ गए, जबकि कुछ डिब्बे प्लेटफॉर्म पर ही खड़े रह गए।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कपलिंग (जो दो डिब्बों को जोड़ती है) के खुल जाने के कारण यह घटना हुई। यह तकनीकी खराबी कई बार ज्यादा झटके लगने या कपलिंग कमजोर होने के कारण हो सकती है।
यात्रियों में मचा हड़कंप
इस अप्रत्याशित घटना के कारण यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्रियों को पहले तो समझ ही नहीं आया कि हुआ क्या है। अचानक ट्रेन के दो हिस्सों में बंट जाने के बाद डिब्बों में मौजूद यात्री घबरा गए और कुछ लोगों ने ट्रेन से नीचे उतरकर स्टेशन कर्मचारियों को सूचना दी।
रेलवे के कर्मचारी और अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर हालात को नियंत्रित किया और ट्रेन को फिर से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की।
कैसे टला बड़ा हादसा?
इस तरह की घटनाएं आमतौर पर तेज रफ्तार में होने पर खतरनाक साबित हो सकती हैं, लेकिन चूंकि यह घटना स्टेशन पर रुकी हुई ट्रेन में हुई, इसलिए कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
रेलवे प्रशासन ने तुरंत:
यात्रियों को सुरक्षित रखा
ट्रेन की जांच की और कपलिंग को ठीक किया
मामले की जांच के आदेश दिए
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, ट्रेन के दोबारा जोड़ने के बाद कुछ समय की देरी से इसे गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया।
रेलवे ने क्या कहा?
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस घटना की जांच की जा रही है।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि:
कपलिंग लॉक सिस्टम में खराबी आई थी।
पिछले मेंटेनेंस के दौरान यह समस्या अनदेखी रह गई हो सकती है।
रेलवे के इंजीनियरों की टीम अब अन्य ट्रेनों की भी जांच करेगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि यह हादसा किसी खुले ट्रैक पर तेज गति में होता, तो गंभीर दुर्घटना हो सकती थी। यात्रियों ने रेलवे से मांग की है कि ट्रेन मेंटेनेंस और सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
निष्कर्ष
DDU जंक्शन पर नंदन कानन एक्सप्रेस के दो हिस्सों में बंटने की घटना ने रेलवे की तकनीकी खामियों को उजागर कर दिया है। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह एक गंभीर चेतावनी है कि रेलवे को अपने रखरखाव और सुरक्षा मानकों को और मजबूत करना होगा। रेलवे प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से रेलवे को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।