28 फरवरी 2025 को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। उम्मीद थी कि इस बैठक में यूक्रेन और अमेरिका के बीच प्राकृतिक संसाधनों के विकास से संबंधित एक समझौते पर हस्ताक्षर होंगे। हालांकि, यह बैठक अप्रत्याशित रूप से तनावपूर्ण हो गई, जिसके परिणामस्वरूप न केवल समझौता अधूरा रह गया, बल्कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को व्हाइट हाउस से बाहर जाने के लिए भी कहा गया।
बैठक का प्रारंभ और तनाव की शुरुआत
बैठक की शुरुआत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई, लेकिन लगभग 40 मिनट बाद स्थिति बदल गई। उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रेस के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए बाइडेन प्रशासन की आलोचना की और कूटनीति के माध्यम से शांति की आवश्यकता पर जोर दिया। इस पर ज़ेलेंस्की ने रूसी आक्रमण के इतिहास और विभिन्न अमेरिकी प्रशासनों के दौरान रूस द्वारा किए गए वादाखिलाफ़ी का उल्लेख किया। ट्रंप ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके प्रशासन के दौरान ऐसा आक्रमण नहीं हुआ था, जिसका ज़ेलेंस्की ने यह कहकर जवाब दिया कि 2019 में ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और पूर्व जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल द्वारा हस्ताक्षरित युद्धविराम समझौते का रूस ने उल्लंघन किया था।
टकराव की चरम सीमा
ज़ेलेंस्की ने वेंस से पूछा कि वह किस प्रकार की कूटनीति की बात कर रहे हैं। वेंस ने ऊंची आवाज़ में जवाब देते हुए कहा कि वह ऐसी कूटनीति की बात कर रहे हैं जो यूक्रेन के विनाश को रोके। उन्होंने ज़ेलेंस्की पर आरोप लगाया कि वह अमेरिकी मीडिया के सामने इस मुद्दे को उठाकर असम्मान दिखा रहे हैं। ट्रंप ने भी ज़ेलेंस्की पर हमला बोलते हुए कहा कि यूक्रेन बड़ी मुसीबत में है और अमेरिकी करदाताओं पर इसका बोझ पड़ रहा है। ट्रंप और वेंस दोनों ने ज़ेलेंस्की पर पर्याप्त आभार न प्रकट करने का आरोप लगाया।
बैठक का निष्कर्ष और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल का निष्कासन
तनावपूर्ण माहौल के बीच, प्रस्तावित समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हो सके। बैठक के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई, और ज़ेलेंस्की बिना समझौते पर हस्ताक्षर किए व्हाइट हाउस से निकल गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को व्हाइट हाउस से बाहर जाने के लिए कहा।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, यूरोपीय नेताओं ने ज़ेलेंस्की के प्रति समर्थन व्यक्त किया। जर्मनी के चांसलर उम्मीदवार फ्रेडरिक मर्ज़ ने कहा, “हमें इस भयानक युद्ध में आक्रमणकारी और पीड़ित के बीच भ्रम नहीं करना चाहिए।” ज़ेलेंस्की ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, नाटो महासचिव मार्क रुटे और यूरोपीय संघ परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा से बातचीत की।