उत्तरकाशी : ट्रैकिंग एजेंसी और स्थानीय लोगों की मांग पर शासन ने बीते वर्ष गंगोत्री नेशनल पार्क के गोमुख व नेलांग क्षेत्र में प्रवेश को लेकर समय तय किया था। इसके कारण इस बार भी 15 नवंबर तक सैलानी गोमुख, तपोवन तथा आसपास के क्षेत्र में ट्रैकिंग, पर्वतारोहण कर सकेंगे। पहले गंगोत्री के कपाट बंद होने के दिन ही गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिए जाते थे।
गंगा का उद्गम स्थल गोमुख गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में पड़ता है। गोमुख गंगोत्री से 18 किलोमीटर की दूरी पर है। गोमुख के निकटवर्ती क्षेत्र में तपोवन, नंदनवन, कालिंदीपास के साथ शिवलिंग, भागीरथी प्रथम, द्वितीय, तृतीय सहित कई चोटी हैं। यहां जाने के लिए गंगोत्री नेशनल पार्क की अनुमति लेनी पड़ती है। बीते वर्ष तक गंगोत्री धाम के कपाट खुलते थे। उसी दिन गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट भी खुल जाते थे, जिस दिन गंगोत्री धाम के कपाट बंद होते थ उसे दिन पार्क के अधिकारी भी पार्क के गेट को बंद कर देते थे। गंगोत्री नेशनल पार्क की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर शासन ने बीते वर्ष स्वीकृति दी।
इसके बाद से गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट इस वर्ष 15 अप्रैल को खोल गए थे और 15 नवंबर को बंद होंगे। गंगोत्री नेशनल पार्क के निदेशक श्रवण कुमार ने बताया के गोमुख, नेलांग जाने वाले पर्यटकों के लिए गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट 15 नंवबर तक खुले रहेंगे।
News Source: jagran.com
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