देश में इको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए “इको परिपथ” को स्वदेश दर्शन योजना के तहत 15 विषयगत परिपथों में से एक के रूप में चिन्हित किया गया है: श्री जी. किशन रेड्डी
पर्यटन मंत्रालय ने ओडिशा सहित देश में विकास के लिए इको पर्यटन को निश पर्यटन क्षेत्रों में से एक के रूप में चिह्नित किया है।
पर्यटन मंत्रालय ने ओडिशा सहित देश में इको-पर्यटन के विकास और संवर्धन के लिए कई कदम उठाए हैं इनमें निम्नलिखित शामिल हैं –
(i) पर्यटन मंत्रालय ने इको/टिकाऊ पर्यटन और जिम्मेदार पर्यटन के लिए प्राथमिकता प्राप्त वैश्विक गंतव्य के रूप में भारत को स्थापित करने के लिए इको पर्यटन और टिकाऊ पर्यटन के संबंध में राष्ट्रीय रणनीति तैयार की है।
इन रणनीतिक दस्तावेजों के परिचालन और कार्यान्वयन के मार्गदर्शन के लिए पर्यटन मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में टिकाऊ पर्यटन के लिए एक राष्ट्रीय बोर्ड का गठन किया गया है। इस बोर्ड की पहली और दूसरी बैठक क्रमशः 16 अगस्त, 2022 और 31 अक्टूबर, 2022 को आयोजित की गई थी। इन बैठकों में ईको-पर्यटन सहित रणनीतिक दस्तावेजों के परिचालन और कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
(ii) पर्यटन मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म सोसायटी ऑफ इंडिया (आरटीएसओआई) के साथ एक–दूसरे के पर्यटन क्षेत्र में स्थायित्व संबंधी पहलों को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने व सहायता देने और सहयोगात्मक रूप से कार्य करने के लिए कदम उठाने को लेकर 27 सितंबर, 2021 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) कार्यान्वित किया गया।
(iii) मंत्रालय ने भारत के संबंध में पर्यटन उद्योग के प्रमुख हिस्सों जैसे कि आवास इकाइयों व यात्रा परिचालकों के लिए व्यापक टिकाऊ पर्यटन मानदंड (एसटीसीआई) को विकसित किया और इसे अपनाया है। यह ओडिशा सहित पूरे देश के लिए लागू है।
(iv) मंत्रालय ने देश में इको पर्यटन के विकास की संभावना को देखते हुए “इको परिपथ” को स्वदेश दर्शन योजना के तहत 15 विषयगत परिपथों में से एक के रूप में चिन्हित किया है।
यह जानकारी पर्यटन मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी है।
Comments are closed.